श्रीलंका के कुसल मेंडिस के अलावा कानूनी दांव पेंच में फंस चुके हैं ये 5 क्रिकेटर
कई क्रिकेटर ऐसे हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से अच्छी खासी शोहरत हासिल की है, लेकिन कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो कानून तोड़ने की वजह से विवादों में भी आए हैं.
एस श्रीसंत
पुलिस के द्वारा लगातार 12 दिन की पूछताछ, जेल के बेइज्जत कराने वाले माहौल में 27 दिन और मैच फिक्सिंग के आरोप में करियर को तबाह करने वाला 7 साल का बैन और इस सबके ऊपर शर्मशार करने वाला गद्दार का टैग, ऐसी है कुछ भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत की कहानी. यहां आपको बता दें कि श्रीसंत को आईपीएल-2013 में स्पॉट फिक्सिंग करने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था. हालांकि कुछ ही दिन बाद उन्हें बेल मिल गई थी पर बीसीसीआई ने श्रीसंत पर आजीवन बैन लगा दिया था, जिसे बाद में हटाकर 7 साल का कर दिया गया था. श्रीसंत पर लगा यह सात वर्षों का प्रतिबंध 13 सितंबर को खत्म हो जाएगा.
बेन स्टोक्स
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के ऊपर भी आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं. साल 2017 में ब्रिस्टल के एक नाइटक्लब के बाहर उनकी एक आदमी से लड़ाई हो गई थी. दोनों के बीच हुई हाथापाई में उस आदमी की आंख के पास की हड्डी टूट गई थी, जिसके बाद स्टोक्स के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट की गई थी. इस मामले की वजह से स्टोक्स को इंग्लैंड टीम से भी सस्पेंड कर दिया गया था. हालांकि कोर्ट ने उन्हें बाद में बरी कर दिया था.
मोहम्मद शमी
टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां ने कई आपराधिक मामले दर्ज करवाए थे जिनमें दहेज उत्पीड़न, मैच फिक्सिंग और शारीरिक उत्पीड़न जैसे कई बड़े आरोप शामिल थे. हालांकि बीसीसीआई ने जाँच में उन्हें क्लीन चिट दे दी थी, मगर पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट नहीं दी और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, लेकिन उनका करियर अभी भी वैसा ही चल रहा है जैसा पहले चल रहा था. इसी वजह से हसीन जहाँ ने पुलिस पर भी पक्षपात का आरोप लगाया है. आपको बता दें कि शमी के खिलाफ केस अभी भी चल रहा है.
ल्यूक पोमर्शबैक
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर ल्यूक पोमर्शबैक पर आईपीएल 2012 के दौरान एक अमेरिकी महिला ने छेड़छाड़ और मारपीट का मामला दर्ज करवाया था, जिसकी वजह से उन्हें दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट भी कर लिया था. उस वक्त वो सीरीज भी पूरी नहीं कर पाए थे. इसके बाद पोमेरबैक पर केस चला और उन्हें बेल मिल गई लेकिन उनका पासपोर्ट ले लिया गया था. हालांकि बाद में ये मामला कोर्ट के बाहर ही सेटल कर लिया गया था.
रुबेल हुसैन
बांग्लादेश के तेज गेंदबाज रुबेल हुसैन पर 2015 के वर्ल्ड कप से पहले एक महिला ने रेप और शादी का झांसा देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. ऐसे में उन्हें वर्ल्ड कप की टीम से बाहर कर देने की मांग भी उठी थी पर इस सबके बावजूद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने हुसैन को टीम में बनाये रखा था और वर्ल्ड कप में खेलने के लिए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया भेजा था. यह विश्व कप हुसैन के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, जहां उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर बांग्लादेश को न सिर्फ क्वार्टर फाइनल में पहुंचाया, इसके साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ बड़ी जीत दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई. रुबेल हुसैन के इस जबरदस्त प्रदर्शन की वाह-वाही पूरे बांग्लादेश में हुई पर इसका सबसे ज्यादा असर उस महिला पर हुआ जिसने उनके खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया था क्योंकि उस महिला ने हुसैन के खिलाफ दर्ज अपना केस वापस ले लिया था.