Ranji Trophy, Manan Vohra Double Century: भारत के कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो घरेलू क्रिकेट में लगातार दमदार प्रदर्शन करते हैं. अब रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में ऐसे ही एक बल्लेबाज ने धमाल मचाया. खास बात है कि उस बल्लेबाज का कनेक्शन भारत के पूर्व धुरंधर ऑलराउंडर युवराज सिंह से भी है. चंडीगढ़ के लिए खेलते हुए बल्लेबाज ने दोहरा शतक जमाया और टीम इंडिया में एंट्री के लिए फिर से दरवाजा खटखटाया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मनन वोहरा की डबल सेंचुरी


चंडीगढ़ के लिए खेलने वाले मनन वोहरा ने त्रिपुरा के खिलाफ ग्रुप-डी मैच में दोहरा शतक जड़ा. उनकी टीम ने तीन दिन के खेल के बाद 3 विकेट खोकर 455 रन बनाए. मनन अपनी टीम की कप्तानी भी संभाल रहे हैं. उन्होंने 313 गेंदों की अपनी पारी में 24 चौके और 2 छक्के लगाते हुए 200 रन बनाए. वह टीम के 455 के स्कोर पर ही आउट हुए जब अभिजीत सरकार ने उन्हें ऋद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया. 


टीम इंडिया का खटखटा रहे दरवाजा


मनन वोहरा पिछले काफी बरस से टीम इंडिया में एक मौके का इंतजार कर रहे हैं. टॉप ऑर्डर में खेलने वाले मनन ने अभी तक अपने करियर में 45 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. उन्होंने साल 2011-12 में पंजाब के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. फिर बाद में वह चंडीगढ़ टीम में आ गए और कप्तानी भी संभालने लगे. दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कई साल ओपनिंग की जिम्मेदारी भी संभाली है. वह आईपीएल में किंग्स XI पंजाब (अब पंजाब किंग्स) का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं. 


युवराज के पिता ने दी कोचिंग


29 साल के मनन वोहरा को भारत के पूर्व धुरंधर ऑलराउंडर युवराज के पिता योगराज सिंह ने कोचिंग दी है. मनन का बल्ला भी युवराज की तरह चलता है. दिलचस्प है कि योगराज ही महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन को अब कोचिंग दे रहे हैं. मनन ने अभी तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 7 शतक और 11 अर्धशतक जड़े हैं. लिस्ट ए में उनके नाम 6 शतक और 10 अर्धशतकों की बदौलत कुल 2102 रन हैं.


ओपनर के तौर पर किया था डेब्यू


मनन ने फर्स्ट क्लास डेब्यू बतौर ओपनर किया था. उन्होंने 2011-12 में पंजाब के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया, लेकिन कुछ ही सीजन बाद छाप छोड़ी. रणजी ट्रॉफी में उन्होंने विदर्भ और कर्नाटक के खिलाफ अर्धशतक लगाने के बाद झारखंड के खिलाफ 187 रनों की मैच विजयी पारी खेलकर चर्चा में आ गए. मनन आईपीएल-2013 में पंजाब फ्रेंचाइजी के नियमित सदस्य थे और अक्सर नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते थे. उन्होंने कुछ शानदार कैमियो खेले लेकिन दस पारियों में 161 रन बनाकर वह उन मौकों का ज्यादा लाभ नहीं उठा पाए. 


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi- अब किसी और की ज़रूरत नहीं