Team India Rohit Sharma Gautam Gambhir: न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-3 से मिली हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर की काफी आलोचना हो रही है. कीवियो ने बेंगलुरु, पुणे और मुंबई में टीम इंडिया को बुरी तरह हराया. अब भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है. वहां 22 नवंबर को 5 टेस्ट मैचों की सीरीज शुरू होगी. उससे पहले एक रिपोर्ट में दावा किया गया है गौतम गंभीर और रोहित शर्मा के बीच सबकुछ ठीक नहीं है.


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गंभीर और टीम मैनेजमेंट की राय एक नहीं


भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को सीरीज में मिली हार की समीक्षा की. इसमें कप्तान रोहित शर्मा, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर, हेड कोच गंभीर के अलावा बीसीसीआई सचिव जय शाह और अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे. इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई. पीटीआई की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि कुछ फैसलों पर गंभीर और टीम मैनेजमेंट की राय एक नहीं है.


नीतीश और हर्षित को लेकर विवाद


पीटीआई ने अपने सूत्र के हवाले से लिखा, ''इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती कि गंभीर की कोचिंग शैली पर सवाल उठाए गए या नहीं, लेकिन यह समझा जाता है कि भारतीय टीम थिंक-टैंक के कुछ लोग मुख्य कोच से सहमत नहीं हैं. टी-20 विशेषज्ञ ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी और केवल 10 रणजी मैच खेलने वाले तेज गेंदबाज हर्षित राणा का चयन सर्वसम्मति से नहीं किया गया है.''


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द्रविड़ से अलग है गंभीर की कोचिंग शैली


हर्षित राणा और नीतीश रेड्डी आईपीएल 2024 में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए उनके शामिल होने से कथित तौर पर थोड़ा विभाजन हुआ है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनके अनुभव की कमी का मतलब है कि दोनों को सर्वसम्मत समर्थन नहीं मिला. गंभीर की कोचिंग की शैली के बारे में भी चर्चा हुई जो उनके पूर्व कोच राहुल द्रविड़ से बहुत अलग है और टीम इसे कैसे अपना रही है.


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छह घंटे तक चली मैराथन बैठक


इस मामले से वाकिफ बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ''यह छह घंटे की मैराथन बैठक थी जो जाहिर तौर पर इस तरह की पराजय के बाद तय थी. भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा रहा है और बीसीसीआई निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करना चाहेगा कि टीम वापस पटरी पर आ जाए. बोर्ड यह जानना चाहेगा कि थिंक-टैंक (गंभीर-रोहित-अगरकर) इस बारे में कैसे काम कर रहे हैं.''