Arshdeep Singh statement on Rohit Virat : भारत के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को लगता है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के टी-20 संन्यास से जो विरासत छूट गई है, उसे पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा. बता दें कि इन दोनों ने पिछले महीने बारबाडोस में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीत के साथ अपने सबसे छोटे फॉर्मेट के करियर का अंत किया. टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे अर्शदीप ने कहा कि बल्लेबाजी में उनका योगदान हमेशा दुनिया भर के क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा रहा है.


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'रोहित-विराट ने छोड़ी अमिट छाप' 


अर्शदीप ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा, 'रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी20 क्रिकेट पर एक अमिट छाप छोड़ी है. उनका योगदान बहुत बड़ा है और उनकी विरासत पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी. टॉप पर रोहित भाई की विस्फोटक बल्लेबाजी और उनकी तेज कप्तानी ने फॉर्मेट में नए स्टैंडर्ड सेट किए हैं. विराट भाई अपने निरंतर प्रदर्शन और एक्सीलेंस की निरंतर खोज के साथ, दुनिया भर के क्रिकेटरों के लिए एक आदर्श रहे हैं.'


'युवा क्रिकेटर्स के लिए मोटिवेशन'


अर्शदीप ने आगे कहा, 'उनके जुनून, समर्पण और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता ने कई युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया है, जिनमें मैं भी शामिल हूं. उन्होंने हमें दिखाया है कि बड़े मंच पर सफल होने के लिए क्या करना पड़ता है और उनके रिकॉर्ड खुद बोलते हैं. हालांकि, वे अब टी20 नहीं खेल रहे हैं, लेकिन खेल पर उनका प्रभाव हमें मार्गदर्शन और प्रेरणा देता रहेगा.'


रोहित की कप्तानी में किया डेब्यू


अर्शदीप उन खिलाड़ियों में से हैं, जिन्होंने रोहित की कप्तानी में सफेद गेंद से डेब्यू किया और अपना सारा इंटरनेशनल क्रिकेट उनके नेतृत्व में खेला. 25 वर्षीय खिलाड़ी ने सलामी बल्लेबाज के सामरिक कौशल की सराहना की और उन्हें "गेंदबाजों का कप्तान" कहा, जो अपने गेंदबाजों को मैदान पर खुद को अभिव्यक्त करने की आजादी देते हैं. इस तेज गेंदबाज ने कहा, 'रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलना एक अविश्वसनीय अनुभव रहा है. रोहित भाई निश्चित रूप से पूरी तरह से गेंदबाजों के कप्तान हैं. वह हर गेंदबाज को मैदान पर जो करना चाहते हैं उसे करने की पूरी आजादी देते हैं. उनके पास ड्रेसिंग रूम के माहौल को हल्का बनाए रखने का एक अनोखा तरीका है, जो वास्तव में उच्च दबाव वाली स्थितियों में मदद करता है.'


'बहुत कुछ सीखने को मिला'


अर्शदीप सिंह ने आगे कहा, 'मुझे उनके नेतृत्व के बारे में जो सबसे ज्यादा पसंद है वह है मैदान पर उनका शांत व्यवहार. वह हमेशा अपने खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं, जिससे हमें अपना स्वाभाविक खेल खेलने का विश्वास मिलता है. उनकी रणनीतिक सोच और जिस तरह से उन्होंने खेल को पढ़ा वह वास्तव में प्रेरणादायक है.' जिम्बाब्वे टी20 के लिए आराम दिए जाने के बाद, अर्शदीप 27 जुलाई से शुरू होने वाले तीन टी20 और इतने ही वनडे मैचों में खेलने के लिए श्रीलंका जाएंगे.