IND vs AUS: `हालात कठिन थे...`, तीसरे T20I में हार के बाद गेंदबाजों के बचाव में उतरे गायकवाड़
Team India: भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के तीसरे मैच में 5 विकेट से हार मिली. इस मैच में हार के बाद अब ओपनिंग बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ गेंदबाजों के बचाव में उतरे हैं.
Ruturaj Gaikwad Statement: टीम इंडिया को लगातार दो मैच जीतने के बाद गुवाहाटी में हुए टी20 सीरीज के तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 5 विकेट से हार झेलनी पड़ी. भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ऋतुराज गायकवाड़(नाबाद 123 रन) की ताबड़तोड़ पारी की मदद से 222 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया. इसके बाद मैक्सवेल के तूफान में भारतीय गेंदबाजों की एक न चली और ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी गेंद पर 5 विकेट से मैच जीत लिया. अब ऋतुराज गायकवाड़ गेंदबाजों के बचाव में उतरे हैं. उन्होंने मैच के बाद बयान दिया है.
ओस को ठहराया जिम्मेदार
भारत के सलामी बल्लेबाज और उपकप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने आस्ट्रेलिया के हाथों तीसरे टी20 मैच में मिली हार के लिए ओस को जिम्मेदार ठहराया. भारतीय गेंदबाजों ने आखिरी पांच ओवर में 80 रन दे डाले और 222 रन बनाने के बावजूद मेजबान टीम हार गई. ग्लेन मैक्सवेल ने प्रसिद्ध कृष्णा के अंतिम ओवर में 23 रन बनाए. कृष्णा ने चार ओवर में 68 रन दिए और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला.
'हालात काफी कठिन थे'
गायकवाड़ ने मैच के बाद पत्रकारों से बात करते हुए माना कि मैदान पर दूसरी पारी में गेंदबाजी करते हुए परिस्थितियां काफी अलग थीं. दूसरी पारी में गेंदबाजी करने के लिए हालात कठिन थे. ऋतुरा ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह चिंता की बात है. ऐसा लग रहा था कि हम गीली गेंद से गेंदबाजी कर रहे हैं. यह गेंदबाजों के लिए काफी कठिन था.' उन्होंने कहा, 'इस तरह के हालात में प्रति ओवर 12 , 13 या 14 रन भी बन सकते थे. लिहाजा यह चिंता की बात नहीं है. हालात कठिन थे और इसे स्वीकार करके आगे बढ़ना होगा.'
मैक्सवेल ने खेली शानदार पारी
आस्ट्रेलिया के लिए ग्लेन मैक्सवेल ने 48 गेंद में नाबाद 104 रन बनाए. इसी पारी के दम पर कंगारू टीम मैच जीतने में कामयाब रही. आखिरी ओवर में मैथ्यू वेड और मैक्सवेल की जोड़ी ने 23 रन बनाकर मैच जीता। गायकवाड़ ने मैक्सवेल के शानदार प्रदर्शन की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'मैक्सवेल ने शानदार बल्लेबाजी की. एक समय उन्हें तीन ओवर में 50 रन चाहिए थे. उसके बाद इस तरह की पारी खेलकर जीतना काबिले तारीफ है. '