Sachin Tendulkar and Rahul Dravid: सचिन तेंदुलकर,  वो नाम जो वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की रिकॉर्डबुक में अधिकतर नजर आ जाता है. मास्टर ब्लास्टर ने कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए. लेकिन एक मैच था जो उनके दिल पर गहरी चोट दे गया. कुछ रिकॉर्ड्स की दहलीज पर खड़े सचिन को कप्तान राहुल द्रविड़ की वजह से वापस लौटना पड़ा था. इस मुद्दे पर उस दौरान मुकाबले का हिस्सा रहे आकाश चोपड़ा ने चुप्पी तोड़ी और 'क्रिकेट के भगवान' का हाल बयां किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राहुल द्रविड़ ने डबल सेंचुरी से रोका


साल 2004, जब में हुई सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग पाकिस्तान के पखच्चे उड़ाते नजर आ रहे थे. एक तरफ सहवाग ने 309 रन बनाकर पाकिस्तानी गेंदबाजों की सांसे फुला दी थीं, दूसरी तरफ मास्टर ब्लास्टर भी उसी मूड में थे. मुकाबले में चोटिल सौरव गांगुली की जगह राहुल द्रविड़ कप्तानी संभाल रहे थे. इस बीच उन्होंने एक ऐसा फैसला किया जिसने क्रिकेट जगत में सनसनी फैला दी थी. भारत के सबसे महान सचिन तेंदुलकर अपनी डबल सेंचुरी से महज 6 रन दूर थे और द्रविड़ ने पारी घोषित कर दी.


ये भी पढ़ें.. गजब: 10 खिलाड़ियों के बीच घिरा बल्लेबाज, गेंदबाज ने बिछाया ऐसा जाल, कांप उठे हाथ


जमकर हुआ विवाद


द्रविड़ के इस फैसले के बाद चारो-तरफ दोनों के रिश्ते में खटास की चर्चाएं तेज हो गईं. उस दौरान टीम का हिस्सा रहे आकाश चोपड़ा ने यूट्यूब चैनल 2 स्लॉगर्स से इस मुद्दे पर बताया, 'मैं ड्रेसिंग रूम में था, लेकिन मैं उस बातचीत का हिस्सा नहीं था. सच कहूं तो, मैंने उसमें शामिल होने की कोशिश भी नहीं की, क्योंकि मैं बहुत छोटा था. हां, उस दिन पाजी खुश नहीं थे. मुझे लगता है कि मैंने उन्हें पहली बार दुखी देखा था. मैंने उन्हें कभी भी अपना आपा खोते नहीं देखा और उस दिन उन्होंने वास्तव में अपना आपा नहीं खोया था. वे स्पष्ट रूप से दुखी थे, कुछ ठीक नहीं था.' 


द्रविड़ की नहीं थी गलती


आकाश चोपड़ा ने आगे कहा, 'राहुल ने फोन किया था, लेकिन दादा (गांगुली) भी उस दिन ड्रेसिंग रूम का हिस्सा थे. वह खेल नहीं रहे थे, लेकिन वे ड्रेसिंग रूम में थे और मुझे यकीन है कि वे थिंक-टैंक का हिस्सा थे. यह अकेले कप्तान का निर्णय नहीं था. खेल के बाद, राहुल ने कहा कि अगर उन्हें पता होता कि मैच 4 दिनों के भीतर खत्म हो जाएगा, तो वे पारी घोषित नहीं करते.' 


ऐतिहासिक साबित हुआ मुकाबला


भारत ने सहवाग की ट्रिपल सेंचुरी और सचिन की 194 रन की पारी की बदौलत पाकिस्तान के सामने 675 रन स्कोरबोर्ड पर पहली पारी में टांग दिए थे. जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तान टीम 407 रन पर ढेर हो गई. दूसरी पारी में पाकिस्तान ने 216 रन बनाए लेकिन मुकाबले को जीतने में कामयाब नहीं हो सकी. ऐतिहासिक जीत में भारत ने 52 रन से विजय प्राप्त की. लेकिन मैच के बाद जमकर द्रविड़ के फैसले पर बवाल देखने को मिला.