नई दिल्ली: टीम इंडिया (Team India) के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को दुनिया के महानत बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है. मास्टर ब्लास्टर ने अपने करियर में बैटिंग के कई रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं.


कामयाबी के बावजूद रह गया मलाल


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सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने इंटरनेशल करियर में 100 शतक बनाए, वो 200 टेस्ट खेलने वाले पहले और इकलौते क्रिकेटर बने. सचिन ने वनडे और टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाए. इतनी कामयाबियों के बावजूद उन्हें कुछ बातों का अफसोस है.
 


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सचिन का पहला अफसोस


सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने क्रिकेट डॉट कॉम से बात करते हुए कहा- 'मुझे 2 बातों का अफसोस है. पहला ये कि मैंन सुनील गावस्कर के था कभी नहीं खेल पाया. जब बड़ा हो रहा था तब मिस्टर गावस्कर मेरे बैटिंग हीरो थे, एक टीम में उनके साथ न खेल पाने को हमेशा मलाल रहेगा. मिस्टर गावस्कर ने मेरे डेब्यू से 2 साल पहले रिटायरमेंट ले लिया था.'


सचिन का दूसरा अफसोस


सचिन ने आगे कहा, मेरी जिंदगी का दूसरा अफसोस ये है कि मैंअपने बचपन के हीरो सर विवियन रिचर्ड्स के खिलाफ इंटरनेशल मैच में नहीं खेल पाया. हालांकि सर रिचर्ड्स साल 1991 में रिटायर हुए थे, हमारे पार 2 साल का वक्त था, लेकिन हम दोनों एक दूसरे के खिलाफ नहीं खेल पाए.


 




सचिन का शानदार करियर


सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने साल 2013 में इंटरनेशनल करियर को अलविदा कह दिया था. उन्होंने टीम इंडिया की तरफ  से 200 टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने होम ग्राउंड वानखेड़े स्टेडियम में उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था.