Ranji Trophy: नेशनल प्लेयर्स को भी क्यों खेलना चाहिए डोमेस्टिक क्रिकेट? सचिन तेंदुलकर ने समझाया
रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में सेमीफाइनल मुकाबले खेले जा रहे हैं. इस बीच महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने डोमेस्टिक क्रिकेट को लेकर अपनी राय रखी है. उनका कहना है कि नेशनल क्रिकेटर्स को भी डोमेस्टिक क्रिकेट खेलना चाहिए.
Sachin Tendulkar on Domestic Cricket: इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और शतक बनाने वाले भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने पर अपनी राय व्यक्त की है. तेंदुलकर का मानना है कि नेशनल प्लेयर्स को भी रणजी या डोमेस्टिक क्रिकेट का हिस्सा बनाना चाहिए. इससे बेसिक चीजों को फिर से जानने का मौका मिलता है. साथ ही सचिन ने अपनी क्रिकेटिंग जर्नी को याद करते हुए यह भी बताया कि उन्हें जब भी मौका मिला वह मुंबई के लिए खेलते थे. तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की भी तारीफ की.
तेंदुलकर ने किया ट्वीट
सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए मुंबई की टीम को एक बार फिर रणजी फाइनल में जगह बनाने की बधाई दी. उन्होंने लिखा, 'रणजी ट्रॉफी सेमीफ़ाइनल दिलचस्प रहा! मुंबई की टीम बल्लेबाजी में शानदार वापसी के बाद फाइनल में पहुंची, जबकि दूसरा सेमीफाइनल आखिरी दिन तक आ पहुंचा है - मध्य प्रदेश को जीत के लिए 90+ रनों की जरूरत है, विदर्भ को 4 विकेट की जरूरत है.'
मुझे मौका मिला...
तेंदुलकर ने अपने करियर को याद करते हुए लिखा, 'अपने पूरे करियर के दौरान, जब भी मुझे मौका मिला, मैं मुंबई के लिए खेलने को लेकर उत्सुक रहा. बड़े होते हुए, हमारे ड्रेसिंग रूम में लगभग 7-8 भारतीय खिलाड़ी थे और उनके साथ खेलना मजेदार था.' साथ ही तेंदुलकर ने डोमेस्टिक क्रिकेट के फायदे गिनाते हुए कहा, 'जब भारत के खिलाड़ी अपनी घरेलू टीमों के लिए खेलते हैं, तो इससे युवाओं के लिए खेल की क्वालिटी बढ़ती है और कभी-कभी नए टैलेंट की पहचान होती है. यह नेशनल खिलाड़ियों को कभी-कभी फिर से बेसिक्स को जानने का मौका देता है.'
BCCI की तारीफ में भी लिखा
मास्टर ब्लास्टर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की डोमेस्टिक क्रिकेट को प्रायोरिटी देने की तारीफ की. उन्होंने लिखा, 'घरेलू टूर्नामेंटों में टॉप स्तर के खिलाड़ियों के भाग लेने से समय के साथ फैंस भी अपनी घरेलू टीमों को और अधिक फ़ॉलो करना और सपोर्ट करना शुरू कर देंगे. यह देखना शानदार है कि BCCI घरेलू क्रिकेट को सामना प्राथमिकता दे रहा है.