Indian Team Coach: भारतीय टीम के हेड कोच को मिला कारण बताओ नोटिस, हैरान करने वाले हैं आरोप
Notice to Indian Coach: भारतीय टीम के हेड कोच को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया गया है. ये नोटिस अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) की तरफ से जारी किया गया है. इसमें कोच पर हैरान करने वाले आरोप लगे हैं. कोच से इसी पर जवाब मांगा गया है.
Show Cause Notice, Indian Head Coach: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने शनिवार को सीनियर पुरुष टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमक (Igor Stimac) को कॉन्ट्रैक्ट के उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के कुछ क्लब एशियाई खेलों, वर्ल्ड कप क्वालीफायर और एशियन कप की तैयारी को लगाए नेशनल कैंप के लिए अपने खिलाड़ियों को ‘रिलीज’ नहीं करना चाहते जिससे स्टिमक ने इन क्लबों की आलोचना की.
कोच ने बोली थी ये बात
कोच स्टिमक ने कहा कि अगर भारतीय फुटबॉल को उनकी मदद की जरूरत है तो उन्हें सच बताना ही होगा. क्रोएशिया के पूर्व डिफेंडर की खुलकर की गई यह टिप्पणी एआईएफएफ के अधिकारियों को पंसद नहीं आई और उन्होंने कोच से इसका जवाब मांगा है. एआईएफएफ के एक करीबी सूत्र ने कहा, ‘यह महज हाल की टिप्पणी के बारे में नहीं है बल्कि ऐसा पिछले कुछ समय से हो रहा है. वह फेडरेशन के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लघंन कर रहे हैं. अगर उन्हें कोई परेशानी है तो वह सार्वजनिक टिप्पणी के बजाय सीधे फेडरेशन से इस पर चर्चा कर सकते थे.’
अब फेडरेशन के पाले में गेंद
उन्होंने कहा, ‘देखते हैं कि वह अपने जवाब में क्या लिखते हैं. इसके बाद ही महासंघ फैसला कर सकता है कि इस मामले से कैसे निपटा जाए.’ स्टिमक ने कहा था कि अगर उन्हें कहा जाता है कि ‘चीजें नहीं बदलेंगी’ तो उन्हें स्वदेश रवाना होने में कोई आपत्ति नहीं होगी. स्टिमक ने ये टिप्पणी तब की, जब भारतीय टीम 7 सितंबर से थाईलैंड में शुरु हो रहे चार दिवसीय किंग्स कप टूर्नामेंट की तैयारी कर रही है. इसके बाद चीन में एशियाई अंडर-23 क्वालिफायर होंगे और फिर टीम 19 सितंबर से शुरु होने वाले एशियाड में भी हिस्सा लेगी. अक्टूबर में भारत मर्डेका कप खेलेगा जबकि नवंबर में 2026 वर्ल्ड कप और एशियाई कप के संयुक्त क्वालीफायर होंगे और एशियाई कप जनवरी में खेला जाएगा.
टीम मैनेजमेंट के सामने मुश्किल
अंडर-23 खिलाड़ियों के शिविर के लिए शुरू में 28 में से केवल 12 खिलाड़ी ही पहुंचे थे. क्लबों ने खिलाड़ियों को ‘रिलीज’ करने से इनकार कर दिया था जिससे एक बार यह कैंप स्थगित हुआ था. ईस्ट बंगाल, केरला ब्लास्टर्स, मुंबई सिटी, जमशेदपुर एफसी, पंजाब एफसी और ओडिशा एफसी ने शिविर के लिए अपने खिलाड़ियों को नहीं भेजा था जिससे टीम मैनेजमेंट के सामने मुश्किल खड़ी हो गई थी और स्टिमक इससे नाराज थे. अगस्त में भी स्टिमक ने क्लबों से चुने हुए खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप क्वालिफायर और एएफसी एशियन कप से पहले ट्रेनिंग कैंप के लिए ‘रिलीज’ करने का अनुरोध किया था. (PTI से इनपुट)