Rohit Sharma: भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने महसूस किया कि टी20 विश्व कप के पिछले संस्करणों में परिणाम ना मिलने का मतलब यह नहीं है कि भारत खराब क्रिकेट खेल रहा है और उनकी मानसिकता में कोई कमी है. 2007 में टी20 विश्व कप के उद्घाटन संस्करण को जीतने के बाद से भारत ट्रॉफी नहीं जीत पाया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भारत के लिए खराब रहे आईसीसी टूर्नामेंट


संयुक्त अरब अमीरात में पिछले साल के टी20 विश्व कप में भारत टूर्नामेंट में पसंदीदा के रूप में गया था, लेकिन सुपर 10 चरण में जल्दी बाहर हो गया. उन्होंने कहा, 'हमें विश्व कप में परिणाम नहीं मिला है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम इतने सालों से खराब क्रिकेट खेल रहे थे. मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि हम अच्छी क्रिकेट नहीं खेल रहे.'


विश्व कप में नहीं खेला अच्छा


रोहित ने कहा, 'हम विश्व कप में अच्छा नहीं कर पाए, लेकिन ऐसा नहीं है कि हम स्वतंत्र रूप से नहीं खेल रहे हैं. हाल ही में, हमने खिलाड़ियों को स्वतंत्रता दी है कि वह बिना किसी दबाव के अपना स्वभाविक खेल खेलें. यदि आप स्वतंत्र रूप से खेलते हैं, तो प्रदर्शन सामने आएगा.' रोहित ने भारतीय टीम के बाहर के लोगों से भी लगातार परिणाम प्राप्त करने में धैर्य रखने का अनुरोध किया.


टी20 वर्ल्ड कप में करना होगा कमाल 


रोहित ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम में कुछ स्थान हैं, जिन्हें अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप के लिए तैयारी तक भरने की आवश्यकता है. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में खिलाड़ियों को स्वतंत्र रूप से खेलने के लिए कहा है. जैसे कि वे अपने राज्य या फ्रेंचाइजी टीमों के लिए खेलते हैं.