IND vs SL, 2023: हार्दिक पांड्या ने अपनी कप्तानी में एक खिलाड़ी की किस्मत चमकाते हुए उसे भारत के लिए टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू करने का मौका दिया है. अब इस खिलाड़ी ने अब अपना दिल खोल दिया है. श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को मुंबई में खेले गए पहले टी20 मैच में उत्तर प्रदेश के 24 वर्षीय तेज गेंदबाज शिवम मावी को डेब्यू का मौका मिला, तब अर्शदीप सिंह श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे. शिवम मावी ने अपने चार ओवर के स्पैल में 4 विकेट लेकर अपने डेब्यू का पूरा उपयोग किया, जिससे भारत को दो रन से जीत मिली.


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हार्दिक पांड्या ने अपनी कप्तानी में चमका दी इस खिलाड़ी की किस्मत


शिवम मावी ने मैच के बाद कहा, 'मैं पिछले छह साल से इस पल का इंतजार कर रहा था. बीच में चोटें आईं और लगा कि मेरा सपना कभी पूरा नहीं होगा. मैंने चार विकेट लिए, जिससे मुझे खुशी है.' मावी की ताकत, लाइन और लेंथ को नियंत्रित करने की क्षमता और योजनाओं को अंजाम देने की क्षमता ने मंगलवार को ड्रीम डेब्यू करते हुए सबकी निगाहें अपनी ओर खींच लीं. दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज ने कहा कि वह पावरप्ले के दौरान गेंदबाजी करना पसंद करते हैं, क्योंकि इससे उन्हें सटीक गेंदबाजी करने का मौका मिलता है.


अब प्लेयर ने खोल दिया अपना दिल 


अंडर-19 विश्व कप विजेता ने कहा, 'पावरप्ले में मेरा विचार सटीक गेंदबाजी करना और उन्हें आउट करना है. मेरा पसंदीदा आउट करना पहला था, उन्हें (निसंका) बोल्ड करना.' 28 नवंबर, 1998 को मेरठ में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे शिवम का पालन-पोषण उत्तर प्रदेश के नोएडा में हुआ, जहां उनके व्यवसायी पिता पंकज मावी बहुत कम उम्र में शिफ्ट हो गए थे.


स्टंप्स को निशाना बनाकर जल्दी विकेट लेना चाहते हैं


उत्तर प्रदेश में बसे एक गुजराती परिवार से आने वाले, मावी ने 11 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया. उनका प्रारंभिक प्रशिक्षण स्थानीय कोच फूलचंद के अधीन था, जिन्होंने उन्हें खेल की बारीकियां सिखाईं और मध्यम गति की गेंदबाजी के लिए उनकी प्रतिभा की पहचान की. भारत के लिए डेब्यू करते हुए बेहद सफल शुरुआत करने वाले तेज गेंदबाज शिवम मावी ने देश का मुख्य गेंदबाज बनने का अपना इरादा साफ कर दिया है और उन्होंने कहा है कि वह पावरप्ले में स्टंप्स को निशाना बनाकर जल्दी विकेट लेना चाहते हैं.


फिटनेस पर कड़ी मेहनत की


मावी ने कहा, ‘अंडर-19 (2018 में वर्ल्ड कप) के बाद जब मैं आईपीएल में खेला तो मुझे चोटें लगीं, लेकिन मैंने अपनी फिटनेस के स्तर को बेहतर करने का फैसला किया, क्योंकि मैं अपने प्रदर्शन के बीच चोटिल हो रहा था. मैंने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करने का फैसला किया और इसका मुझे इस मैच में फायदा मिला.’ मावी ने कहा कि भारत के लिए खेलने का मौका मिलना उनके लिए सपना साकार होने जैसा है.


इस पल का छह साल से इंतजार


इस तेज गेंदबाज ने कहा, ‘पहले ही मैच में मौका मिलना मुश्किल होता है. साथ ही यह मेरा पहला दौरा भी है. आपने देखा होगा कि मौका मिलना आसान नहीं होता और मैं इस लम्हें का पिछले छह साल से इंतजार कर रहा था जब मैं अंडर-19 (विश्व कप) के बाद चोटिल हो गया था, लेकिन मुझे स्वंय पर विश्वास है और मैंने इस भरोसे के साथ कड़ी मेहनत जारी रखी कि मुझे भारत के लिए खेलना और प्रदर्शन करना है.’


(Source Credit - IANS)