Indian Cricket Team Selection: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के संविधान में बदलाव की मांग उठाई गई है. ये मांग किसी और ने नहीं, बल्कि टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) की ओर से की गई है. रवि शास्त्री ने कहा है कि उन्होंने कई साल तक टीम सेलेक्शन मीटिंग में हिस्सा नहीं लिया था. 


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बीसीसीआई का बदलेगा संविधान!


भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने चयनकर्ताओं की बैठक (सेलेक्शन-मीटिंग) में कोच को शामिल करने की मांग की है. बीसीसीआई के संविधान के मुताबिक, चयन बैठकों में कोच हिस्सा नहीं ले सकता. इसमें केवल कप्तान ही भाग ले सकता है, लेकिन उसके पास भी मतदान का अधिकार नहीं है. अब रवि शास्त्री ने संविधान में बदलाव की मांग उठाई है.


मीटिंग में 7 साल तक नहीं बुलाया


अपने कार्यकाल के दौरान टीम चयन के बारे में पूछे जाने पर शास्त्री ने कहा, ‘मेरे पास सेलेक्शन मीटिंग में भाग लेने का कोई अनुभव नहीं है. सात साल तक मैं टीम का हिस्सा था, मैं कभी भी चयन बैठक में नहीं गया. मुझे आमंत्रित भी नहीं किया गया था. मुझे लगता है कि आने वाले समय में कोच को इस बैठक में आमंत्रित किया जाना चाहिए.’ 


रहाणे के सेलेक्शन पर भी बोले शास्त्री


शास्त्री का मानना है कि श्रेयस अय्यर के पीठ के निचले हिस्से में ‘स्ट्रेस फ्रैक्चर’ के कारण बाहर होने के बाद अजिंक्य रहाणे का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल (WTC Final-2023) के लिए भारतीय टीम में जगह बनाना तय था. डब्ल्यूटीसी का फाइनल 7 से 11 जून तक लंदन के ओवल में खेला जाएगा. बता दें कि शास्त्री ने 2014 से 2021 के बीच सात में से 6 साल के लिए भारतीय टीम को कोचिंग दी है.