नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सलीम मलिक (Saleem Malik) 1980 और 1990 के दशक में खासे मशहूर थे. उन्होंने 12 जनवरी 1982 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था. वहीं मार्च 1982 को श्रीलंका के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था. वो दाएं हाथ से बल्लेबाजी करते थे और मिडियम पेस गेंद फेंकते थे. उन्होंने 12 टेस्ट मैच में पाकिस्तान की कप्तानी की है और 7 में जीत हासिल की है. वहीं वनडे टीम में बतौर कप्तान उन्होंने 34 वनडे मैच खेले हैं और 21 में जीत दर्ज कराई है.


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साल 1987 में जब पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड के दौरे पर गई थी तब सलीम मलिक हेडिंग्ले टेस्ट में 99 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए थे. इसके बाद केनिंग्सटन ओवल में उन्होंने शानदार 102 रन बनाए थे. भारत के खिलाफ सलीम थोड़े आक्रामक हो जाते थे. 1987 के दौरान एक मैच में पाकिस्तान क्रिकेट टीम को भारत के खिलाफ जीत के लिए 40 ओवर में 238 रन बनाने थ्, लेकिन 161 रन के स्कोर पर पाक के 5 विकेट गिर गए थे. इसके बाद सलीम ने जीत के लिए बचे 77 रन में 72 रन खुद बनाए और अपनी टीम को 2 विकेट से जीत दिला दी.


सलीम का नाता विवादों से भी रहा है, साल 1999 में मैच फिक्सिंग के एवज में रिश्वत लेने का आरोप लगा था, मई 2000 में जांच के बाद उनपर आजीवन बैन लगा दिया गया था. अक्टूबर 2008 को लाहौर की एक स्थानीय अदालत ने उन्हें बरी कर दिया था, हांलाकि तब तक वो उम्र के उस दौर में पहुंच चुके थे, जहां से क्रिकेट में वापसी मुमकिन नहीं थी. साल 2012 में उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को राष्ट्रीय टीम के कोच बनने के लिए आवेदन भी दिया था, लेकिन वो इस कोशिश में कामयाब नहीं हो पाए. 


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