ब्रिस्बेन : एशेज सीरीज का पहला मैच ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया जीत गया. पांचवे दिन लंच से पहले दस विकेट से जीत कोई किस्मत की जीत नहीं मानी जाएगी. बेशक ऑस्ट्रेलिया खेल के हर विभाग में खुद को बेहतर साबित करने में खासा कामयाब रहा. खासतौर पर मैच के चौथे दिन और कप्तान स्मिथ की पारी तो लंबे समय तक याद रखी जाएगी.


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लेकिन यह मैच भी कई विवादास्पद मामले पैदा कर गया. इसमें सबसे ज्यादा चर्चा में रहा इंग्लैंड के मोईन अली का स्टंप आउट. मोईन अली जब क्रीज पर थे तब इंग्लैंड की स्थिति अच्छी तो नहीं थी लेकिन बहुत खराब भी नहीं थी. 


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हालांकि मैदान पर तो जो हुआ वह सामान्य ही हुआ लेकिन सिर्फ  मोईन अली को आउट करार दिए जाने तक.  जिसके बाद कॉ


पहले हुआ क्या था.
इंग्लैंड दूसरी पारी में 129 रन की बढ़त ले चुका था और उसके 54 वें ओवर की पारी में पांच खिलाड़ी आउट हो चुके थे. क्रीज पर मोईन अली के साथ बेयरस्टॉ थे. मोईन अली 42 के निजी स्कोर पर खेल रहे थे. गेंदबाज थे नाथन लियोन. उस वक्त भी अंग्रेजी फैंस की उम्मीदें खत्म नहीं हुईं थी. और उसी समय कंगारुओं ने मोईन अली के खिलाफ स्टंपिंग की अपील कर दी.


लियोन की गेंद पर मोईन ने अपना बांया पैर बढ़ा कर फ्रंट फुट डिफेंसिव शॉट खेला मोईन अपील के बाद भी कमेंट्रेटर्स तक को आश्वस्त लगे कि वे क्रीज के अंदर थे. थर्ड अंपायर ने भी तीन चार बार वीडियो क्लिप देखने के बाद अपना फैसला दिया. लेकिन आउट.



मैदान पर तो जो होना था सो हो गया लेकिन इससे इंग्लैंड फैंस नाराज हो गए क्योंकि मोईन अली वाकई आउट नहीं थे. इस बात को कई विशेषज्ञों ने भी माना और विवाद शुरु हो गया. 


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उस समय पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क कमेंट्री कर रहे थे और उन्हें भी यह फैसला सही नहीं लगा. उनका मानना था कि मोईन का पैर कुछ भाग लाइन के अंदर छू रहा था और इसका लाभ उन्हें मिलना ही चाहिए था. इस गलत फैसले से कंगारुओं की जीत में जरूर कुछ फीकापन आ जाएगा.