नई दिल्ली : तारीख थी 2 नवंबर. दो क्रिकेट टेस्ट मैच, दो अलग अलग जगह. चार अलग क्रिकेट टीमें एक तरफ दिल्ली में भारत और श्रीलंका तो दूसरी ओर एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड. दोनों मैचों में एक एक टीम के कप्तान ने अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित कर रखा था. ये कप्तान हैं भारत के विराट कोहली और ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ.


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 क्रिकेट के विशेषज्ञ उन कप्तानों की बल्लेबाजी के रिकॉर्ड्स की भी तुलना कर रहे थे. लेकिन एक खास संयोग का ध्यान कम ही लोगों का गया.
विराट कोहली और स्टीव स्मिथ दोनों की इन दिनों तुलना की जा रही है. जानकारों में होड़ सी है कि यह साबित कर सकें कि कौन बेहतर है और कौन आगे निकलेगा. कुछ तो दोनों को अतुलनीय भी बता रहे हैं.


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दोनों बल्लेबाजों ने बतौर कप्तान 3000 रन पूरे किए लेकिन वह भी अपनी 50वीं कप्तानी टेस्ट पारी के पहले. कोहली ने यह आंकड़ा दिल्ली में अपनी शतकी पारी में पूरा किया जब उन्होंने 123 रन बनाए तो उनके कप्तान के तौर पर 3000 रन पूरे किए तो एडिलेड में दूसरे एशेज टेस्ट में 40 रने की पारी में कप्तान के तौर पर 3000 रन पूरे किए. लेकिन मजेदार संयोग यह रहा कि दोनों के यह उपलब्धि एक ही दिन यानि 2 नवंबर को ही हासिल की. ऐसा क्रिकेट में बहुत कम ही होता है. 


अगर इस मामले में यानि बतौर कप्तान सबसे तेज 3000 रन बनाने वाले खिलाड़ियों पर नजर डालें तो सबसे पहले डॉन ब्रैडमैन ने महज 37 कप्तानी पारियों में 3000 रन बना डाले थे. इसके बाद श्रीलंका के महेला जयवर्धने ने 48 पारी लगाईं. फिर इंग्लैंड के ग्राहम गूच के साथ स्टीव स्मिथ 49 पारी के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं. चौथे स्थान पर भारत के विराट कोहली चल रहे हैं.


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कोहली और स्मिथ के तुलनात्मक रिकॉर्ड्स तो बहुत हैं और बहुत से बनेंगे भी. लेकिन एक ही दिन कितने और कौन से बनेंगे कहा नहीं जा सकता क्योंकि वो कहते हैं न, क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं.