RCB vs UPW: भारत में एक तरफ आईपीएल 2024 का खुमार फैला हुआ है. वहीं, दूसरी ओर फैंस वुमेन प्रीमियर लीग में रोमांच के तीसरे डोज का लुत्फ उठा रहे हैं. पहले मुंबई की सजना ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर अपनी गूंज देशभर में फैलाई. अब 32 साल की शोभना आशा ने अपनी गेंदबाजी से पहला मैच आरसीबी की झोली में डाल दिया. रातों-रात स्टार बनने वाली शोभना ने अपने करियर में बडे़ उतार-चढ़ाव देखें हैं. 


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कौन हैं शोभना आशा? 


शोभना केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं. आशा के घरेलू परिस्थितियां अच्छी नहीं रहीं. उनके पिता एक ड्राइवर हैं. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में पुडुचेरी, केरल और रेलवे की टीमों में अपना योगदान दिया है. रेलवे की तरफ से एक दशक तक खेलने के बावजूद उनके करियर में बदलाव नहीं देखने को मिला था. आशा 2022-23 सीजन के लिए पुडुचेरी में शामिल हो गईं. वहां, उन्हें एक युवा टीम का नेतृत्व करने के लिए कहा गया. उस दौरान उनकी किस्मत चमकी और आरसीबी स्काउट्स का फोकस उन पर गया. आरसीबी ने नीलामी में उन्हें 10 लाख रुपये में साइन किया.


'प्लेयर ऑफ द मैच' बनने पर भावुक हुईं आशा


इतने संघर्ष के बाद जब 32 साल की उम्र में आशा ने उछाल मारी तो वे भावुक हो गई. आशा ने यूपी वारियर्स के खिलाफ अपने एक ही ओवर में मैच पलट दिया. वारियर्स को 24 गेंद में महज 32 रन की दरकार थी. ग्रेस हैरिस और श्वेता ने मैच में पकड़ बना ली थी. लेकिन 6 गेंद में शोभना ने बाजी पलट दी. उन्होंने एक ही ओवर में हैरिस, श्वेता और किरन को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. उन्होंने कुल 5 अहम बल्लेबाजों का शिकार किया और वारियर्स से 2 रन से जीत छीन ली और डब्लूपीएल में बड़ी उपलब्धि भी हासिल की. इस प्रदर्शन के बाद उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच से भी नवाजा गया.


आशा के लिए क्या बोली कप्तान स्मृति मंधाना? 


मैच के बाद आरसीबी की कप्तान स्मृति मंधाना ने शोभना आशा की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, 'डब्ल्यूपीएल में यह उनका दूसरा सीजन है, लेकिन हम यह नहीं भूल सकते कि वह काफी अनुभवी हैं. वह बहुत लंबे समय से घरेलू सर्किट में है. मुझे खुशी है कि उसे अपनी प्रतिभा के लिए उचित स्थान मिल रहा है.' मैच के बाद आशा ने कहा, 'बहुत संघर्ष, बहुत मेहनत और अंत में, जीत प्यारी है.'