Boria Majumdar Banned: ऋद्धिमान साहा को धमकाने वाले पत्रकार पर BCCI का बड़ा एक्शन, लगाया 2 साल का बैन
Wriddhiman Saha Journalist: टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के मामले में बीसीसीआई ने राजीव शुक्ला, अरुण सिंह धूमल और प्रभतेज सिंह भाटिया की एक तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी. जांच के बाद उन्हें दोषी पाया गया है.
Wriddhiman Saha Journalist: BCCI ने टीम इंडिया (Team India) के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) को धमकाने वाले पत्रकार बोरिया मजूमदार (Boria Majumdar) पर 2 साल का बैन लगा दिया है. विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के मामले में बीसीसीआई (BCCI) ने राजीव शुक्ला, अरुण सिंह धूमल और प्रभतेज सिंह भाटिया की एक तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी. जांच के बाद बोरिया मजूमदार (Boria Majumdar) को दोषी पाया गया है, जिसके बाद उन पर दो साल का बैन लगा दिया गया है.
बैन लगने के बाद क्या होगा?
बता दें कि BCCI के बैन लगाए जाने के बाद अब बोरिया मजूमदार को किसी भी स्टेडियम के अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी. बोरिया मजूमदार को बीसीसीआई से जुड़े किसी कार्यक्रम में उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा, वहीं, सभी खिलाड़ियों को भी बोरिया मजूमदार के साथ बात करने से मना किया जाएगा. गौरतलब है कि ऋद्धिमान साहा को भारत की टेस्ट टीम से बाहर किए जाने पर बोरिया मजूमदार ने उनसे इस मामले पर बात करनी चाही थी, लेकिन ऋद्धिमान साहा के मना करने पर बोरिया मजूमदार भड़क गए थे और कभी इंटरव्यू न करने की धमकी दी थी.
कहा था पूरा मामला?
बता दें कि विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा ने आरोप लगाया था कि इस जर्नलिस्ट ने उन्हें धमकी दी थी. ऋद्धिमान साहा ने जर्नलिस्ट की ओर से इंटरव्यू के लिए परेशान करने का आरोप लगाया. साहा ने सोशल मीडिया पर पत्रकार की व्हाट्सएप बातचीत का स्क्रीनशॉट शेयर किया था, जो उन्हें इंटरव्यू के लिए धमका रहा था. साहा ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया था, जिसमें पत्रकार ने उनसे कहा था, 'मेरे साथ एक इंटरव्यू करोगे. यह अच्छा होगा. उन्होंने (सेलेक्टर्स) केवल एक ही विकेटकीपर चुना. कौन बेस्ट है. तुमने 11 जर्नलिस्ट को चुनने की कोशिश की, जोकि मेरे हिसाब से सही नहीं है. उसे चुने जो ज्यादा मदद कर सके. तुमने कॉल नहीं किया. मैं अब तुम्हारा कभी इंटरव्यू नहीं लूंगा और मैं इसे याद रखूंगा.'
बोरिया मजूमदार को पाया गया दोषी
BCCI के आदेश के मुताबिक, बोरिया मजूमदार अगले 2 साल तक किसी भी खिलाड़ी से संपर्क नहीं रख पाएंगे. बोरिया मजूमदार का बीसीसीआई से जुड़े किसी भी क्रिकेट संघ या क्लब से कोई संबंध नहीं रहेगा. बता दें कि BCCI ने एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था, जिसके बाद साहा ने कमेटी के सामने पेश होकर पत्रकार का नाम बताया और पूरे मामले को समझाया. इसी बीच बोरिया मजूमदार ने भी अपनी सफाई पेश की थी और सभी आरोपों को नकारा था. हालांकि, जांच में बोरिया मजूमदार को दोषी पाया गया और BCCI ने बोरिया मजूमदार पर दो साल का बैन लगा दिया है.