Team India: `जबरदस्ती नहीं कर सकते...`, ईशान-अय्यर कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हुए तो सीनियर प्लेयर ने कह दी बड़ी बात
Ishan Kishan-Shreyas Iyer: टीम इंडिया के अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के सालाना कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने को लेकर अपनी बात रखी है. उनका कहना है कि अगर कोई डोमेस्टिक क्रिकेट नहीं खेला हैं तो इसमें जबरदस्ती नहीं की जा सकती है.
Wriddhiman Saha Statement: भारत के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने कहा कि अगर कोई क्रिकेटर घरेलू क्रिकेट में नहीं खेलना चाहता तो कुछ भी ‘जबरदस्ती’ नहीं किया जा सकता. हालांकि, उन्होंने कहा कि घरेलू क्रिकेट आधार है और हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने के लिए इसे पर्याप्त महत्व देना चाहिए. बता दें कि साहा की प्रतिक्रिया ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को 2023-24 सत्र के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों की सूची से बाहर किए जाने के बाद आई है.
साहा ने दिया बयान
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने एक बयान में कहा था कि ईशान और अय्यर के नाम पर विचार नहीं किया गया. साहा ने ईशान और अय्यर को बाहर किए जाने को लेकर कहा, 'यह बीसीसीआई का फैसला है और संबंधित खिलाड़ियों का व्यक्तिगत निर्णय है. आप जबरदस्ती कुछ नहीं कर सकते.' ये दोनों खिलाड़ी अभी तक भारतीय टीम का हिस्सा थे. दोनों पिछले साल 50 ओवर के वर्ल्ड कप में भी टीम का हिस्सा थे. ईशान आखिरी बार दिसंबर में भारत के साउथ अफ्रीका दौरे के दौरान टेस्ट टीम का हिस्सा थे, जबकि अय्यर ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रही मौजूदा सीरीज के पहले दो टेस्ट खेले.
दिया अपना उदाहरण
साहा ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि एक क्रिकेटर को हर मैच को समान महत्व देना चाहिए. उन्होंने कहा, 'जब भी मैं फिट होता हूं मैं खेलता हूं, यहां तक कि मैंने क्लब मैच भी खेले हैं, ऑफिस के मैच भी खेले हैं. मैं हमेशा एक मैच को एक मैच की तरह लेता हूं. मेरे लिए सभी मैच बराबर हैं. अगर हर खिलाड़ी इस तरह से सोचता है तो वह अपने करियर में केवल समृद्ध होंगे और यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी बेहतर होगा.'
घरेलू क्रिकेट है जरूरी
साहा ने कहा, 'मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट का महत्व हमेशा रहता है, क्योंकि अगर मैं सरफराज खान के बारे में बात करूं तो उसने पिछले चार-पांच सालों में काफी रन बनाए हैं. निश्चित रूप से उसने अच्छा प्रदर्शन किया है.' साहा ने इस बीच युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल की बल्लेबाजी को ‘उत्कृष्ट’ करार दिया. जुरेल ने तीसरे टेस्ट में डेब्यू करते हुए 46 रन की शानदार पारी खेली और इसके बाद रांची में चौथे टेस्ट में 90 और 39 रन बनाए, जिसके लिए उन्हें इस मैच में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला. उन्होंने कहा, 'मैंने उन्हें (जुरेल) घरेलू क्रिकेट में कभी खेलते हुए नहीं देखा, यहां तक कि टेस्ट मैचों में भी मैंने उसकी पारी के मुख्य अंश देखे हैं, लेकिन उसकी बल्लेबाजी शानदार है, उसने टीम के लिए पिछला टेस्ट जीता.'