IND vs AUS, WTC Final: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल (WTC Final) मैच लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान पर खेला जा रहा है. आईसीसी के इस अहम खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा से 3 बड़ी गलतियां हो गईं, जिसके बाद अब भारत के हाथ से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी फिसल सकती है. लंदन के केनिंगटन ओवल मैदान में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में टीम इंडिया के साथ कुछ ऐसा हुआ, जो किसी ने भी नहीं सोचा होगा. टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इस फाइनल मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया.


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कप्तान रोहित ने WTC Final में कर दी ये 3 बड़ी गलतियां


1. रविचंद्रन अश्विन को प्लेइंग इलेवन से बाहर बैठाना


टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में सबसे बड़ी गलती ये हो गई कि उन्होंने इस बड़े मुकाबले में दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बाहर बैठा दिया. टीम इंडिया में पहले से ही शार्दुल ठाकुर के रूप में फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर मौजूद थे जो नंबर-7 पर टीम इंडिया को अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से मजबूती देने के लिए काफी थे. ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा रवींद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर रविचंद्रन अश्विन को मौका दे सकते थे, जो स्पिन गेंदबाजी में जड्डू से काफी बेहतर हैं. सब-कॉन्टिनेंट के बाहर रवींद्र जडेजा एक बहुत ही मामूली स्पिनर नजर आते हैं, जिनके पास स्पिन बॉलिंग की कोई ज्यादा वैरिएशन नहीं हैं. ICC की मौजूदा टेस्ट रैंकिंग में रविचंद्रन अश्विन दुनिया के नंबर-1 गेंदबाज हैं. रविचंद्रन अश्विन के पास ऑफ स्पिन, लेग स्पिन, दूसरा और कैरम बॉल जैसी घातक स्पिन की वैराइटी है.     


2. टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला  


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की दूसरी सबसे बड़ी गलती ये रही कि उन्होंने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और ऑस्ट्रेलिया की टीम को पहले बल्लेबाजी का मौका दे दिया. ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने ओवल में बल्लेबाजी के मुफीद पिच का फायदा उठाया. पूर्व कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने मिलकर चौथे विकेट लिए 370 गेंदों में 251 रनों की नाबाद साझेदारी से ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट पर 73 रन के स्कोर से उबारने में मदद की. ट्रेविस हेड 146 रन बनाकर खेल रहे हैं और स्टीव स्मिथ 95 रन बनाकर खेल रहे हैं.


3. ऑस्ट्रेलिया की मन की मुराद पूरी करना


ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की दूसरी सबसे बड़ी गलती ये रही कि उन्होंने इस मुकाबले में चार तेज गेंदबाजों को उतार दिया. रोहित शर्मा ने प्लेइंग इलेवन में उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को शामिल कर लिया. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्पिनरों के मुकाबले तेज गेंदबाजों को ज्यादा बेहतर तरीके से खेलते हैं. ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज तेज पिचों पर तेज गेंदबाजों को खेल-खेलकर पले-बढे़ हैं. ऐसे में रोहित शर्मा ने चार तेज गेंदबाजों को चुनकर ऑस्ट्रेलिया का आधा काम आसान कर दिया. ट्रेविस हेड के तेज तर्रार शतक से भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण धारहीन दिखाई दिया. न तो उमेश यादव और न ही शार्दुल ठाकुर दमदार दिखे जिससे भारतीय गेंदबाजी आक्रमण दूसरे और तीसरे सत्र में पूरी तरह बेदम दिखा. चार तेज गेंदबाजों को चुनने से भारत को कोई मदद नहीं मिली. मार्नस लाबुशेन (26 रन) का विकेट 25वें ओवर में गिरा था, जिसके बाद स्मिथ और हेड ने दोपहर और शाम के सत्र में बल्लेबाजी के मुफीद पिच का फायदा उठाया. सिराज ने अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया लेकिन उमेश यादव और शार्दुल ठाकुर की तरह उनमें निरंतरता की कमी दिखी.