पोचेफस्ट्रम (दक्षिण अफ्रीका): मौजूदा चैंपियन भारत ने मंगलवार को सेनवेस पार्क मैदान पर अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को सेमीफाइनल में 10 विकेट से करारी मात दी. इस जीत के साथ भारतीय टीम आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में पहुंच गई है. भारतीय टीम पूरे मैच के दौरान पाकिस्तान पर हावी रही. 


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भारत की सलामी जोड़ी यशस्वी जायसवाल और दिव्यांश सक्सेना ने बिना किसी परेशानी के अपनी टीम को लगातार तीसरा बार फाइनल में पहुंचाया. यशस्वी ने नाबाद 105 रनों की पारी खेली, जबकि दिव्यांश 59 रनों पर नाबाद रहे. यह यशस्वी का इस टूर्नामेंट का पहला शतक है. फाइनल में भारत का सामना न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल मैच की विजेता टीम से होगा.  इस शतक के साथ यशास्वी विश्व कप के इस संस्करण में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने छक्का लगाकर भी भारत को जीत दिलाई.


पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तानी बल्लेबाजी के पैर नहीं जमने दिए. भारतीय युवा गेंदबाजों ने उसे सिर्फ 43.1 ओवरों में 172 रनों पर ऑल आउट कर दिया. इस लक्ष्य को भारत ने बिना किसी विकेट खोए 35.2 ओवरों में हासिल कर लिया. 


मैच के हीरो यशस्वी जायसवाल ने मैच के बाद कहा, "मेरा सपना आज साकार हुआ. निश्चित रूप से, मैंने जो देश के लिए किया, उससे कितना खुश हूं, इसे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता. मैं यह कभी नहीं भूल सकता है मैंने विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक जमाया है. यह तो शुरुआत है, मुझे भविष्य में और कठिन मेहनत करनी है." 


जायसवाल ने आगे कहा, "मैंने दिव्यांश के साथ मिलकर योजना बनाई थी कि हमें बिना कोई विकेट गंवाए जीत दर्ज करना है. शुरुआत में पाकिस्तान की ओर से अच्छी गेंदबाजी हुई और हमें कुछ देर रनों के लिए इंतजार करना पड़ा. हम फाइनल में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे."