अगरतला : रियो ओलम्पिक खेलों में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रचने वाली भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) द्वारा अगले माह डी. लिट यानी डॉक्टर ऑफ लेटर्स की डिग्री से सम्मानित किया जाएगा. संस्थान के डीन अजय दास ने बताया, "अगरतला में स्थित एनआईटी संस्थान ने हाल ही में स्टार जिमनास्ट दीपा को डॉक्टर ऑफ लेटर्स की डिग्री से सम्मानित करने का फैसला किया है. 11 नवम्बर को उन्हें संस्थान के 10वें समारोह में सम्मानित किया जाएगा. दास ने कहा कि एनआईटी ने इस बारे में दीपा को भी सूचित कर दिया है, जो अभी दिल्ली में हैं.


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त्रिपुरा की रहने वाली 24 वर्षीय जिमनास्ट ने ओलम्पिक खेलों के लिए क्वालीफाई कर पहली महिला जिमनास्ट होने का इतिहास रचा था. वह रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने से कुछ ही दूर रह गई थीं.


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डिग्री मिलने की बात से खुश दीपा के पिता दुलाल करमाकर ने कहा, "मेरी बेटी अभी 18वें एशियाई खेलों की तैयारी कर रही है, जो इंडोनेशिया में होंगे. इसके साथ ही वह आस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाले 21वें राष्ट्रमंडल खेलों की भी तैयारी कर रही है.


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वर्ष 1896 से हो रहे ओलिंपिक में पहली बार ऐसा हुआ था कि कोई भारतीय जिमनास्ट फाइनल में पहुंचा था. दीपा भारत की ओर से ओलिंपिक में जाने वाली पहली महिला जिमिनास्ट थीं. 52 साल बाद दीपा ओलिंपिक के जिमनास्टिक में हिस्सा लेने वाली एथलीट बनी थीं. बता दें कि पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सितंबर में रियो ओलिंपिक में मेडल विजेता पीवी सिंधु, जिमनास्ट दीपा कर्माकर, रेसलर साक्षी मलिक और सिंधु के कोच पुलेला गोपीचंद को सम्मानित किया था. सचिन तेंदुलकर ने 30 लाख रुपये की ये कार दीपा को सौंपी थी. दीपा के अलावा बैडमिंटन में सिल्वर मेडल विजेता पीवी सिंधु और कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल विजेता साक्षी मलिक को भी ऐसी ही कार सौंपी गई थी.