रोम: चार बार की उप विजेता दीपिका कुमारी शनिवार (2 सितंबर) से यहां शुरू होने वाले तीरंदाजी विश्व कप फाइनल में पहला स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करेंगी. विश्व कप के चार चरणों से सात शीर्ष वरीय तीरंदाजों के अलावा मेजबान देश की एक प्रविष्टि से दो दिवसीय प्रतियोगिता में सत्र की सर्वश्रेष्ठ तीरंदाज का फैसला होगा. शुरुआती दिन कम्पाउंड वर्ग की स्पर्धायें होंगी जिसमें कोई भी भारतीय दौड़ में नहीं हैं जबकि दीपिका का पहला दौर (क्वार्टरफाइनल) मैच तीन सितंबर को दोपहर दो बजकर 44 मिनट पर होगा.


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दीपिका को पहले ही दौर में कड़ी चुनौती के रूप में रियो ओलंपिक में भाग लेने वाली या टिंग टान का सामना करना होगा. इस 23 वर्षीय चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने 2016 में टीम स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था और व्यक्तिगत स्पर्धा में प्री क्वॉर्टरफाइनल में इस भारतीय तीरंदाज को बाहर का रास्ता दिखाया था.


टान ने पिछले महीने घरेलू मैदान पर ‘समर यूनिवर्सियाडे’ में दोहरा रजत पदक जीता था और वह इस साल के विश्व कप में तीन स्वर्ण और दो रजत पदक जीत चुकी हैं जिससे उन्हें इसमें तीसरी वरीयता मिली है. दीपिका ने अपना अंतिम विश्व कप पदक रियो ओलंपिक से पहले अंताल्या विश्व कप 2016 में रजत के रूप में जीता था और इसके बाद से वह खराब फॉर्म से गुजर रही हैं.


छठी वरीय भारतीय खिलाड़ी टान, कोरिया की चांग हुए जिन (शीर्ष वरीय) और कि बो बाए (मौजूदा और पूर्व ओलंपिक चैम्पियन) के सामने छुपेरूस्तम के तौर पर शुरुआत करेंगी. डोला बनर्जी एकमात्र भारतीय तीरंदाज हैं जिन्होंने विश्व कप फाइनल जीता है. उन्होंने यह उपलब्धि दुबई 2007 में हासिल की थी.


(इनपुट एजंसी से भी)