नई दिल्ली: यूक्रेन पर हमले के बाद रूस को लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है. रूस को अर्थ जगत से लेकर खेल जगत तक प्रतिबंध झेलना पड़ रहा है. अब रूस की फुटबॉल टीम भी इस विरोध का शिकार बन गई है. फुटबॉल की दुनिया में पोलैंड, स्वीडन जैसे देशों के रूस के खिलाफ फुटबॉल मुकाबले खेलने इनकार करने के चलते एक बड़ा फैसला लिया गया है. यूईएफए के साथ लंबी चर्चा के बाद फीफा ने सोमवार को एक्शन लिया है जिसके बाद रूस को बड़ा झटका लगा है.


फीफा का रूस पर बड़ा एक्शन


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फीफा और यूईएफए ने यूक्रेन का साथ दिया है और रूसी टीम को अंतरराष्ट्रीय  फुटबॉल से निलंबित कर दिया गया है. फीफा (FIFA) और यूईएफए (UEFA) ने इस प्रतिबंध का ऐलान किया है. दोनों संस्थाओं ने रूस की राष्ट्रीय टीमों व क्लबों को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया गया है. अब रूस की फुटबॉल टीम ना तो वर्ल्ड कब क्वालिफायर में खेल पाएगी और ना ही उसके क्लब UEFA की प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले पाएंगे.


रूस के विरोध में फीफा-यूईएफए


फीफा और यूईएफए ने रूसी टीम को बैन करने के बाद बयान भी जारी किया जिसमें फीफा और यूईएफए ने कहा, 'फुटबॉल यहां पूरी तरह से एकजुट है और यूक्रेन में प्रभावित सभी लोगों के साथ पूरी एकजुटता के साथ है. दोनों को उम्मीद है कि यूक्रेन में स्थिति में काफी और तेजी से सुधार होगा ताकि फुटबॉल फिर से लोगों के बीच एकता और शांति के लिए एक वेक्टर बन सके.'


रूसी एथलीट्स को नो एंट्री-IOC


अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) जिसने पहले ही आरओसी को अपने झंडे के नीचे प्रतिस्पर्धा करने से प्रतिबंधित कर दिया है, यूक्रेन संकट को देखते हुए IOC के कार्यकारी बोर्ड (EB) ने रूस या बेलारूस में होने वाले किसी भी इवेंट के ऑर्गनाइज करने पर रोक का फैसला किया है. इन देशों के एथलीट्स दूसरे देशों में होने वाले इवेट्स में भी शिरकत नहीं कर सकेंगे.


पुतिन भी हो चुके है सस्पेंड


जंग के चौथ दिन ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बड़ा झटका लगा था. इंटरनेशनल जूडो फेडरेशन (IJF) ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन को प्रेसिडेंट के पद से हटा दिया था. फेडरेशन ने यूक्रेन पर रूस के हमले के कारण ये फैसला लिया है.