कोलकाता : राजस्थान के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने कोलकाता के हाथों आईपीएल एलिमिनेटर में मिली हार के बाद बल्लेबाजों की खिंचाई करते हुए कहा कि उनकी टीम दबाव का सामना नहीं कर सकी. जीत के लिये 170 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान ने अच्छी शुरूआत की. संजू सैमसन (50) और रहाणे (46) ने उम्दा साझेदारी निभाई. राजस्थान को आखिरी छह ओवर में 61 रन चाहिए थे और उसके नौ विकेट सुरक्षित थे लेकिन टीम 25 रन से हार गई.

 

राजस्थान को इंग्लैंड के जोस बटलर और बेन स्टोक्स की कमी खली. रहाणे ने कहा, ‘‘हम बहाने नहीं बना सकते. वे महत्वपूर्ण और अनुभवी खिलाड़ी हैं लेकिन हमने उनके बिना भी बेंगलुरु के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था. रहाणे ने कहा, ‘‘हमने आखिरी ओवरों में बड़े छक्के नहीं लगाए. केकेआर के गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया. हमें अगले सत्र के लिए सीखना होगा. हमने टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन हम पूरे सत्र में लगातार अच्छा नहीं खेल सके.’’ 

 

उन्होंने कहा, ‘‘170 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था. संजू 17 वें ओवर में आउट हो गया. दबाव के मैच में आपके शीर्ष चार में से एक बल्लेबाज को पूरी पारी में टिकना होता है. 

 

साफ नजर आया कि राजस्थान को इस मैच में जोस बटलर और बेन स्टोक्स की कमी खली. कप्तान अंजिक्य रहाणे (41 गेंदों पर 46 रन) और संजू सैमसन (38 गेंदों पर 50 रन) ने कुछ समय तक उम्मीद बांधे रखी लेकिन कोलकाता के गेंदबाजों ने उन्हें अपेक्षित तेजी से रन नहीं बनाने दिए. राजस्थान की टीम आखिर में चार विकेट पर 144 रन तक ही पहुंच पाई. इस हार से राजस्थान का वर्तमान आईपीएल में सफर भी समाप्त हो गया जबकि कोलकाता दूसरे क्वालीफायर में 25 मई को हैदराबाद से भिड़ेगा जो कल पहले क्वालीफायर में चेन्नई से दो विकेट से हार गया था.

 

उल्लेखनीय है कि इस सीजन में राजस्थान की ओर से जोस बटलर ने लागातार पांच मैचों में तूफानी अर्धशतक लगाए थे. हालांकि वे छठे मैच में अर्धशतक लगाने से चूक गए थे. लेकिन इसके बाद वे इंग्लैंड वापस लौट गए थे. उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चुना गया था जो कि गुरुवार से शुरु हो गई है. बटलर के साथ बेन स्टोक्स भी इंग्लैंड टीम में शामिल होने के लिए वापस चले गए हैं हालाकि स्टोक्स का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा, लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज जरूर कराई थी. 

 

 संजू सैमसन तक ही थी चुनौती
पिच शुरू में गीली थी और उसमें उछाल भी था लेकिन खेल आगे बढ़ने के साथ वह बल्लेबाजी के अनुकूल हो गयी थी. रहाणे ने रसेल के पहले ओवर में प्वाइंट के ऊपर से छक्का जड़कर आत्मविश्वास भरी शुरुआत की. उन्हें पीयूष चावला की गुगली पर पगबाधा आउट दिया गया था लेकिन डीआरएस में फैसला रहाणे के पक्ष में गया. दूसरे सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी (20) ने चावला को वापस कैच थमाने से पहले सुनील नारायण के पहले ओवर में लगातार दो छक्के लगाये. रहाणे और त्रिपाठी ने पहले विकेट के लिये 47 रन जोड़े. इसके बाद सैमसन ने अपने कप्तान के साथ दूसरे विकेट के लिये 62 रन की साझेदारी की.

 

इसमें सैमसन का योगदान अधिक था जिन्होंने जैवोन सियर्ल्स और नारायण पर छक्के लगाए. रहाणे हालांकि कुलदीप यादव की गेंद पर वापस कैच थमाने के कारण अर्धशतक पूरा नहीं कर पाये. सैमसन ने 37 गेंदों पर अपना पचासा पूरा करने के तुरंत बाद लांग आन पर कैच दे बैठे. 

 

उस समय राजस्थान को 19 गेंदों पर 44 रन की दरकार थी लेकिन स्टुअर्ट बिन्नी (शून्य) आते ही पवेलियन लौट गये. रसेल ने 19वें ओवर में केवल छह रन दिये जिससे अंतिम ओवर में 34 रन बनाने की मुश्किल चुनौती रह गई थी.