मेलबर्न : इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन का मानना है कि आईसीसी को लंबी अवधि की क्रिकेट की तरफ क्रिकेटरों का ध्यान खींचने के लिये टेस्ट का मेहनताना बढ़ाना चाहिए। पीटरसन ने बिग बैश में शनिवार को होने वाले मैच से पहले शुक्रवार को यहां बच्चों की टेस्ट के प्रति घटती दिलचस्पी पर निराशा जताई। 


बच्चों के साथ मिले अनुभव भी शेयर किये


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उन्होंने इंग्लैंड से मेलबर्न पहुंचने पर कहा, 'टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिये कुछ किये जाने की जरूरत है। मैंने महीनेभर पहले दुनियाभर के बच्चों को दुबई में अपने फाउंडेशन में कोचिंग दी। मुझे तब पता चला कि उनकी टेस्ट क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नहीं है। कतई नहीं।' 


 


आंद्रे रसेल पर भी बोले पोलार्ड


पीटरसन ने ‘सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड’ से कहा, 'आईसीसी विश्व क्रिकेट को संचालित करती है और उसे कहना चाहिए कि हां हमें क्रिस गेल चाहिए और हमें यहां तक कि कीरोन पोलार्ड की जरूरत है। हमें डेरेन सैमी, हमें डेरेन ब्रावो और आंद्रे रसेल चाहिए। आंद्रे रसेल बिग बैश में 150 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहा है और बड़े छक्के जड़ रहा है। उसे ऐसा टेस्ट मैचों में करना चाहिए।' 


घरेलू टूर्नामेंट जैसी मिलनी चाहिये धनराशि


उन्होंने कहा, 'यह दुखद है कि ये खिलाड़ी यहां खेल रहे है जो दुनिया में आकर्षण का केंद्र है। यह वास्तव में दुखद है कि वे लंबी अवधि की क्रिकेट में नहीं खेल रहे हैं। टेस्ट क्रिकेटरों को मोटी धनराशि दी जानी चाहिए। ऐसा करके ही हम खिलाड़ियों को फिर से इस प्रारूप से जोड़ पाएंगे। हमें घरेलू टूर्नामेंट में खेलने से जितनी धनराशि मिल रही है उन्हें टेस्ट मैच खेलने के लिये भी इतनी धनराशि मिलनी चाहिए।'