ब्रिसबेन: रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा ने घरेलू सरजमीं पर दक्षिण अफ्रीका को धूल चटाने में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में भारत की हार के बाद इस स्पिन जोड़ी के उप महाद्वीप के बाहर प्रभाव पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।


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गेंदबाज का बुरा दिन हो सकता है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ और जार्ज बैली ने मंगलवार को इन दोनों के खिलाफ 18 ओवर में जिस तरह 129 रन बनाए वह महेंद्र सिंह धोनी के लिए चिंता का सबब है। धोनी ने पांच गेंदबाजों के साथ उतरने की जरूरत पर बल दिया था क्योंकि मौजूदा टीम में कामचलाऊ गेंदबाजों की कमी है।


धोनी को अपने स्पिनरों पर काफी भरोसा है लेकिन सपाट पिच पर अश्विन और जडेजा की नाकामी से टीम संयोजन को लेकर भारतीय कप्तान को अपने सबसे बुरे सपने का सामना करना पड़ा।


निराश धोनी ने हार के बाद कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि स्पिनरों के लिए दिन बेहद खराब रहेगा और बाकियों को जिम्मेदारी बांटनी पड़ेगी।’ उन्होंने कहा, ‘जब मैंने (कामचलाऊ) गेंदबाजों के) बोझ साझा करने की बात की थी तो मैंने किसी एक तेज गेंदबाज के बुरे दिन की बात की थी।’