Young Indian Athletes in Paris Olympics 2024 : पेरिस ओलंपिक के करीब आने के साथ ही भारत में मेडल के दावेदारों की संख्या काफी बढ़ गई है. नीरज चोपड़ा, सात्विक-चिराग, मीराबाई चानू और निखत जरीन जैसे नाम तो आपने कई बार सुने होंगे, जिन्हें ओलंपिक खेलने का अनुभव है, लेकिन इस बार कई युवा भी मेडल जीतने का प्रबल दावेदार हैं. पेरिस में भारत के युवा ओलंपियन डेब्यू के लिए तैयार हैं. इस बार ओलंपिक में भारत की ओर से कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जो प्रभावशाली प्रदर्शन करके बड़े नामों से ज्यादा सुर्खियां बटोर सकते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

117 भारतीयों का है दल


पेरिस ओलंपिक में भारत के भेजे 117 सदस्यीय दल में 47 खिलाड़ी ऐसे हैं, जिन्हें एक या उससे अधिक ओलंपिक खेलने का अनुभव है. इनमें पुरुष हॉकी टीम समेत 5 मेडल विजेता भी शामिल हैं, जबकि 70 खिलाड़ी पहली बार ओलंपिक में शिरकत करने जा रहे हैं. चलिए एक नजर कुछ उन युवा ओलंपियन पर डालते हैं, जो पहली बार खेल के इस महाकुंभ में भाग ले रहे हैं, लेकिन दिग्गजों को पछाड़ने का माद्दा रखते हैं.


धिनिधि देसिंघु (तैराकी) : 14 साली की तैराक धिनिधि देसिंघु पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की सबसे युवा एथलीट के रूप में इतिहास रचने के लिए तैयार हैं. उन्होंने पिछले साल नेशनल गेम्स और नेशनल चैंपियनशिप में मेडल जीते हैं. इस साल अच्छे प्रदर्शन के बाद वह टॉप रैंक वाली भारतीय महिला तैराक भी हैं. वह पेरिस ओलंपिक में 200 मीटर फ्रीस्टाइल में भाग लेंगी.


श्रीजा अकुला (टेबल टेनिस) : टेबल टेनिस को फॉलो करने वाले लोगों के लिए यह एक जाना-पहचाना नाम है. अकुला पेरिस से टेबल टेनिस में पहला ओलंपिक मेडल लाने की टॉप संभावनाओं में से एक हैं. भारत की नंबर-1 रैंक वाली इस पैडलर के लिए ओलंपिक से पहले 8 महीने काफी शानदार रहे हैं. वह फीडर कॉर्पस क्रिस्टी 2024 टूर्नामेंट में जीत हासिल करके डब्ल्यूटीटी टूर्नामेंट जीतने वाली पहली भारतीय बनीं. फिर एक टॉप चीनी खिलाड़ी को हराया और एक और डब्ल्यूटीटी खिताब अपने नाम किया. वह शरत कमल के साथ मिक्स्ड डबल में कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं.


अंतिम पंघाल (रेसलिंग) : अपने नाम पर पहले से ही ढेरों ईनाम जीत चुकी अंतिम पंघाल इस लिस्ट में सबसे चर्चित एथलीट हैं. दो बार की अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन पहलवान और एशियन गेम्स, एशियन चैंपियनशिप और सीनियर वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप की मेडलिस्ट पंघाल को देखकर ऐसा लगता है कि वह दशकों से अपने हुनर ​​में माहिर हैं. लेकिन सच तो यह है कि वह अभी सिर्फ 19 साल की हैं. हरियाणा की इस प्रतिभाशाली पहलवान के लिए आसमान ही सीमा है. अंतिम 53 किलोग्राम भारवर्ग में मेडल के लिए अपना हुनर दिखाएंगी.


सिफ्त कौर समरा (शूटिंग) : इस ओलंपिक में पहली बार भाग लेने वाली समरा शूटिंग में भारत की मेडल की उम्मीदों में से एक होंगी. एशियन गेम्स की मौजूदा गोल्ड मेडलिस्ट और महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पी में वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर सिफ्त कौर पेरिस में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगी.