Rohan Bopanna: क्या हुआ था जब बोपना ने संन्यास लेने का बना लिया था मन, अब इतिहास रचने के बाद सुनाई आपबीती
Australian Open 2024: रोहन बोपन्ना ने मैथ्यू एबडेन के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 पुरुष डबल्स का खिताब जीता. इस जोड़ी ने सिमोन बोलेली और आंद्रिया वावासोरी की जोड़ी पर शानदार जीत दर्ज की. इसके साथ ही बोपन्ना 43 साल की उम्र में ग्रैंड स्लैम जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गए.
Rohan Bopanna Statement after winning Australian Open 2024: भारतीय स्टार दिग्गज टेनिस प्लेयर रोहन बोपन्ना ने शनिवार 27 जनवरी को इतिहास रच दिया. 43 साल के इस दिग्गज टेनिस प्लेयर ने सबसे ज्यादा उम्र में ग्रैंड स्लैम जीतने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन के साथ मिलकर बोपन्ना ने सिमोन बोलेली और आंद्रिया वावासोरी की जोड़ी को 7-6(0) 7-5 से सीधे सेट्स में मात देकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता. इसके साथ ही उन्होंने अपने करियर का यह दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब जीता है. 2017 में कनाडा की गैब्रिएला दाब्रोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन मिक्स्ड डबल्स में वह चैंपियन बने थे. ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने के बाद इस स्टार दिग्गज ने बताया कि एक समय पर उन्होंने संन्यास लेने का मन बना लिया था.
संन्यास लेने जा रहे थे बोपन्ना
बोपन्ना ने जीत के बाद कहा, 'दो साल पहले मैंने एक वीडियो संदेश में कहा था कि मैं संन्यास लेने जा रहा हूं, क्योंकि मैं मैच नहीं जीत रहा था. मैंने पांच महीने तक एक भी मैच नहीं जीता था. मैंने सोचा कि मेरे सफर का अंत हो गया है, लेकिन मेरी अंदर की भूख और दृढ़ संकल्प ने मुझे जारी रखा.' उन्होंने आगे कहा, 'इससे वास्तव में काफी चीजें बदल गईं और मुझे एक शानदार जोड़ीदार मिला, जिससे मैं यह उपलब्धि हासिल कर पाया.' बता दें कि बोपन्ना सोमवार को जारी होने वाली एटीपी रैंकिंग में नंबर एक खिलाड़ी बन जाएंगे. 43 की उम्र में वह टॉप रैंकिंग पर पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी होंगे.
जोड़ीदार और कोच को कहा शुक्रिया
बोपन्ना ने अपनी सफलता के लिए अपने आस्ट्रेलियाई जोड़ीदार एबडेन और अमेरिकी कोच स्कॉट डेविडोफ के योगदान का धन्यवाद करते हुए कहा, 'अगर मेरे साथ यह शानदार आस्ट्रेलियाई जोड़ीदार नहीं होता तो यह संभव नहीं हो पाता. मैटी तुम्हें धन्यवाद. पिछला साल शानदार रहा और मेरे लिए मेरा पहला पुरुष ग्रैंडस्लैम डबल्स खिताब जीतना विशेष है.' उन्होंने आगे कहा, 'स्कॉट एक दशक से मेरे शानदार कोच रहे हैं. यह मुश्किल यात्रा थी और इस जीत के आप भी उतने ही हकदार हूं जितना मैं हूं.'
एबडेन ने भी की तारीफ
बोपन्ना ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा, 'मेरे सास ससुर भी यहां पर हैं. पिछली बार जब वे मेरा मैच देखने आए थे तो मैंने अपना पहला मिक्स्ड डबल्स खिताब जीता था. पता नहीं वे अकसर मेरे मैच देखने क्यों नहीं आते हैं.' एबडेन ने भी भारतीय खिलाड़ी की तारीफ करते हुए कहा, 'इस खिलाड़ी के लिए उम्र वास्तव में कोई संख्या ही नहीं है. वह चैम्पियन है, वह योद्धा है. मैं हमेशा तुम्हारा और तुम्हारी शानदार टीम का शुक्रगुजार रहूंगा.'
(एजेंसी इनपुट के साथ)