Manu Bhaker Sarabjot Singh : पेरिस ओलंपिक में भारत को 6 मेडल मिले. नीरज चोपड़ा ने जेवलिन में सिल्वर मेडल देश को दिलाया तो बाकी 5 ब्रॉन्ज मेडल खाते में आए. इन्हीं में एक से ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एथलीट को सरकारी नौकरी का ऑफर दिया गया था, जिसे उसने ठुकरा दिया है. इसके पीछे की वजह भी बताई है. दरअसल, भारत को शूटिंग में मनु भाकर के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम मैच में ब्रॉन्ज मेडल दिलाने वाले सरबजोत सिंह ने यह ऑफर ठुकराया है. घर लौटने पर सरबजोत को हरियाणा सरकार ने नौकरी का ऑफर दिया, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया.


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आखिर क्यों ठुकराया नौकरी का ऑफर?


दरअसल, सरबजोत सिंह को नहीं लगता कि यह उनके लिए सरकारी नौकरी करने का सही समय है, क्योंकि उन्होंने अभी तक अपना लक्ष्य हासिल नहीं किया है. सरबजोत ने बताया कि उनका परिवार उन्हें अच्छी नौकरी करते हुए देखना चाहता है, लेकिन फिलहाल शूटिंग उनकी पहली प्राथमिकता है. उन्होंने कहा, 'नौकरी अच्छी है, लेकिन मैं अभी इसे नहीं लूंगा. मैं पहले अपनी शूटिंग पर फोकस करना चाहता हूं.'


परिवार भी कह रहा... 


ओलंपिक मेडलिस्ट सरबजोत ने कहा, 'मेरा परिवार भी मुझे अच्छी नौकरी करने के लिए कह रहा है, लेकिन मैं शूटिंग करना चाहता हूं. मैं अपने फैसलों के खिलाफ नहीं जाना चाहता, इसलिए मैं अभी नौकरी नहीं कर सकता.' बता दें कि सरबजोत और मनु ने मिलकर पेरिस ओलंपिक के मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत को ब्रॉन्ज मेडल जिताया. यह पेरिस ओलंपिक में भारत का दूसरा मेडल रहा. इससे पहले मनु भाकर ने महिलाओं के शूटिंग इवेंट में भारत को पेरिस का पहला मेडल दिलाया, जोकि ब्रॉन्ज था.


गोल्ड मेडल है टारगेट


सरबजोत सिंह का अगला टारगेट ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है. 22 साल के इस शूटर की नजरें लॉस एंजेलेस में होने वाले 2028 ओलंपिक गेम्स पर टिकी हैं. पेरिस में इंडिविजुअल मेडल जीतने में असफल रहने के बाद यह युवा शूटर चार साल के समय में गोल्ड मेडल से कम कुछ भी हासिल करने का लक्ष्य बना रहा है. सरबजोत 2022 एशियन गेम्स, जो चीन के हांगझोउ में हुए थे. उसमें भारतीय शूटिंग टीम का हिस्सा थे. सरबजोत सिंह, अर्जुन सिंह चीमा और शिवा नरवाल की भारतीय 10 मीटर एयर पिस्टल टीम ने चीन को हराकर गोल्ड जीता था.