नई दिल्ली : मीराबाई चानू ने गुरुवार को 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में 48 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाया. इससे पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी उन्होंने देश को गोल्ड मेडल दिलाया था. इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की. ये मेहनत तब सफल हुई जब उन्होंने गुरुवार 5 अप्रैल को गेम्स के पहले दिन ही देश को गोल्ड मेडल दिला दिया.


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जीत की चमक उनके चेहरे पर साफ दिख रही थी. मेडल जीतने के बाद उन्होंने एक बातचीत में कहा कि वह यहां पर गोल्ड जीतने के पक्के इरादे से आई थीं. मणिपुर की चानू ने इस स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन किया और अपने प्रतिद्वंद्वियों को आस-पास भी नहीं भटकने दिया. चानू ने एक साथ राष्ट्रमंडल खेलों का रिकार्ड और गेम रिकार्ड अपने नाम किए.


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चानू ने बातचीत करते हुए बताया कि वह यहां पर रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीतने के लिए आई थीं. ये मैडल जीतकर उन्हें काफी अच्छा लगा. गेम्स की तैयारियों के लिए मार्च में ही चानू मेलबोर्न आ गई थीं. इसके बाद उन्होंने यहीं पर रहकर इसकी तैयारी की.



गोल्ड जीतने के बाद चानू ने कहा, उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है. वर्ल्ड चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने के बाद चानू ने कहा कि अब उनके लिए सबसे बड़ा और मुश्किल टास्क एशियन गेम्स में मेडल जीतना है. चानू अब उसकी तैयारियों में जुटने वाली हैं.