मॉस्को: डोपिंग को लेकर लगातार निशाने पर रहे रूस (Russia) को बड़ा झटका लगा है. वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने रूस को बड़े पैमाने पर डोपिंग के नियमों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है. उसने इसके बाद रूस पर अगले ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020), फुटबॉल वर्ल्ड कप (2022) और विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से रोक लगा दिया है. अगला ओलंपिक अगले साल जापान की राजधानी टोक्यो (Tokyo Olympics) में होना है. रूस पर कुल चार वर्ष तक का प्रतिबंध लगाया गया है. 


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रूस पर इस प्रतिबंध की जानकारी तास न्यूज एजेंसी ने जारी की है. इसके मुताबिक वाडा (WADA) ने अपनी जांच में पाया कि रूस ने डोपिंग के आंकड़ों में बड़े पैमाने पर हेरफेर की. उसने ऐसा योजना बनाकर किया और इसके लिए नकली सबूत पेश किया. साथ ही डोपिंग को साबित करने वाले सबूतों और फाइल को नष्ट किया. 


रूस द्वारा डोपिंग के आंकड़ों में किए गए घालमेल का मामला 2014-15 में सामने आया था. रूस ने तब सोच्चि विंटर ओलंपिक की मेजबानी की थी. रिपोर्ट के मुताबिक रूस ने इनमें मेडल जीतने के लिए अपने एथलीटों को जानबूझकर वे शक्तिवर्धक पदार्थ दिए, जो वाडा की प्रतिबंधित सूची में थे. इसके बाद उसके कुछ खिलाड़ियों को 2016 में रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने से भी रोक दिया गया था. 

रूस के डोपिंग वाले इन मामलों की जांच के बाद वाडा की एग्जीक्यूटिव कमेटी ने उस पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया. रूस पर कुल चार साल का प्रतिबंध लगाया गया है. इसके कारण वह ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप जैसे बड़े इवेंट में हिस्सा नहीं ले पाएगा. 

वाडा ने इस बैन के खिलाफ रूस अगले 21 दिन के भीतर अपील कर सकता है. अगर वह ऐसा करता है तो मामला कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फोर स्पोर्ट्स (CAS) को भेजा जाएगा. वाडा ने रूस के प्रति काफी कड़ा सख्त रवैया अपनाया है. हालांकि, वाडा के उपाध्यक्ष लिंडा हेलेलैंड ने कहा, ‘रूस पर यह बैन प्रर्याप्त नहीं है.’


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