पृथ्वी का तापमान साल-दर-साल बढ़ता जा रहा है और यह परिस्थितियां जलवायु परिवर्तन की वजह से हो रही हैं, जिसमें इंसानी गतिविधियों का महत्वपूर्ण योगदान है. जीवनशैली और औद्योगीकरण के परिणामस्वरूप वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की वृद्धि हो रही है. इन गैसों में कार्बन डाइऑक्साइड का प्रमुख योगदान है, जो उद्योग, परिवहन और ऊर्जा उत्पादन के कामों में उपयोग होने से बढ़ रहा है. 


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इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन के कारण बर्फबारी क्षेत्रों की कमी हो रही है और बर्फ के पिघलने की दर बढ़ रही है, जिससे समुद्र स्तर में वृद्धि हो रही है. यह भी तापमान के वृद्धि का कारण बनता है, क्योंकि समुद्र स्तर में वृद्धि से जलवायु के तापमान को नियंत्रित करने वाले प्रक्रियाओं में परिवर्तन होता है. यही कारण हो सकते हैं कि इस वर्ष जुलाई का वैश्विक तापमान सबसे ज्यादा रहा है. वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक जुलाई महीने का तापमान वर्ष 1991 से 2020 के औसत तापमान से 0.72 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा है. 


एक डिग्री बढ़ा दिल्ली का तापमान
जलवायु परिवर्तन का असर भारत में भी देखने को मिल रहा है, जिसके चलते यहां भी साल-दर-साल गर्मी बढ़ रही है. राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां अब दिन पहले से ज्यादा गर्म और रातें कम ठंडी हो रही हैं. मौसम विभाग ने दावा किया है कि बीते 4 दशक (40 साल) में दिल्ली का सालाना औसत तापमान एक डिग्री सेल्सियस बढ़ा है. ये बढ़ोतरी अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान में हुई है.


बढ़ते तापमान में सेहत को क्या नुकसान?


डिहाइड्रेशन
गर्मियों में शरीर से अधिक पसीना निकलने के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, जिससे शरीर के विभिन्न हिस्सों की क्षमता कम हो सकती है और शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं.


बुखार और सूखी त्वचा
अधिक गर्मी के कारण त्वचा में रूखापन, खुजली, और अन्य त्वचा समस्याएं हो सकती हैं. यहां तक कि त्वचा की जलन भी हो सकती है.


शारीरिक थकान
गर्मी के मौसम में शरीर जल्दी थक जाता है और लोगों में शारीरिक थकान की समस्या हो सकती है.


दिल की समस्याएं
गर्मियों में दिल की समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि यह समय शरीर के लिए अधिक तनाव दायक होता है.


पेट की दिक्कत
गर्मियों में खराब खानपान की आदतें बढ़ सकती हैं, जिससे पेट समस्याएं और वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है.


गर्मियों में संक्रमण
गर्मी के मौसम में बैक्टीरिया और वायरस का प्रसार तेज हो सकता है, जिससे आपके शरीर में संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है.