iPhone में इंस्टॉल कर सकेंगे थर्ड पार्टी ऐप्स, इन देशों के यूजर्स को मिली सुविधा
आप ऐप्स अब सिर्फ Apple के ही App Store से नहीं बल्कि अन्य जगहों से भी डाउनलोड कर सकेंगे. लेकिन इस खुशी के साथ सावधानी भी जरूरी है क्योंकि Apple नई सुरक्षा उपाय भी ला रहा है ताकि आप किसी परेशानी में न पड़ें.
यूरोप में iPhone यूजर्स के लिए खुशखबरी! जल्द ही Apple आपके फोन के लिए अपडेट्स ला रहा है जिससे आप ऐप्स अब सिर्फ Apple के ही App Store से नहीं बल्कि अन्य जगहों से भी डाउनलोड कर सकेंगे. लेकिन इस खुशी के साथ सावधानी भी जरूरी है क्योंकि Apple नई सुरक्षा उपाय भी ला रहा है ताकि आप किसी परेशानी में न पड़ें.
डिजिटल मार्केट्स एक्ट
अब तक, यूरोप में iPhone यूजर्स केवल Apple के ही ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड कर पाते थे. लेकिन अब चीज़ें बदल रही हैं. जल्द ही यूजर्स दूसरे ऐप स्टोर से भी ऐप्स डाउनलोड कर पाएंगे. इससे मतलब है आपके पास ढेर सारे मजेदार और काम के ऐप्स खोजने के लिए ज्यादा रास्ते होंगे. यूरोप में नए ऐप स्टोर खुलने का कारण एक खास नियम है जिसे "डिजिटल मार्केट्स एक्ट" (DMA) कहते हैं.इस नियम को मानना Apple के लिए जरूरी है. DMA कहता है कि Apple को यूरोप के लोगों को ऐप्स चुनने की ज़्यादा आज़ादी देनी है और साथ ही, ये भी सुनिश्चित करना है कि नए ऐप्स इस्तेमाल करते वक्त लोगों को खतरा न हो.
डेवलपर्स के लिए भी अच्छी खबर
डेवलपर्स (ऐप बनाने वाले) के लिए भी खुशखबरी है. Apple उन्हें अपने ऐप्स को अलग-अलग तरीकों से शेयर करने के नए टूल्स दे रहा है. डेवलपर चाहें तो दूसरे ऐप स्टोर और पेमेंट तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. Apple Notarization जैसे फीचर्स जोड़कर डेवलपर्स के लिए ऐसा करना और सुरक्षित बना रहा है. Notarization ऐप डाउनलोड करने से पहले ही जांच लेता है कि ऐप सुरक्षित है या नहीं.
नए ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड करने में थोड़ा खतरा ज़रूर है, जैसे कुछ खराब ऐप आपके फोन को नुकसान पहुंचा सकते हैं या आपको गुमराह कर सकते हैं. लेकिन चिंता न करें, Apple आपकी सुरक्षा का ख्याल रख रहा है. वो सभी ऐप्स को एक जांच से गुजारेंगे (इसे Notarization कहते हैं) ताकि यह पक्का हो सके कि वे आपके iPhone के लिए सुरक्षित हैं. साथ ही, वो ऐप्स के बारे में और भी जानकारी देंगे ताकि आप डाउनलोड करने से पहले ही देख सकें कि आपको क्या मिल रहा है.
अगर आप अपने iPhone पर Safari के अलावा ब्राउज़र इस्तेमाल करते हैं, तो जल्द ही कुछ अलग देखने को मिलेगा. जब भी आप इंटरनेट खोलेंगे, एक नया पेज आएगा जहां आपको डिफ़ॉल्ट ब्राउज़र चुनने के लिए कहा जाएगा. शायद आपको ये अजीब लगे, लेकिन ऐसा नए नियमों की वजह से है.