ATM Fraud in India: एटीएम यानी Automated Teller Machine का इस्तेमाल भारत समेत दुनियाभर में किया जा रहा है. इसकी मदद से कैश निकालना काफी आसान हो गया है और लोग बस कुछ ही मिनटों में पैसे निकाल सकते हैं. ये एक तरफ जहां काफी सुविधाजनक है वहीं दूसरी तरफ इसका इस्तेमाल अगर सही तरह से ना किया जाए तो ये आपको लाखों की चपत लगा सकती है. अगर आप अभी तक इसके खतरों से वाकिफ नहीं है तो आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप नुकसान से बच सकें.  


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कार्ड स्लॉट को चेक करना है जरूरी 


ATM के जिस स्लॉट में आप कार्ड को इन्सर्ट करते हैं उसे चेक करना बेहद जरूरी है. कई बार स्कैमर्स इस स्लॉट को बदल देते हैं और उसकी जगह पर दूसरा डिवाइस लगा देते हैं जो आपके कार्ड को स्कैन कर लेता है और उसका क्लोन तैयार कर सकता है. ऐसे में आपके अकाउंट से पैसे निकलने की सम्भावना रहती है. इसलिए जब भी ट्रांजैक्शन करने के बारे में सोंचे तो सबसे पहले इस स्लॉट को जरूर चेक करें. 


पिन कोड किसी से ना करें शेयर 


कई बार जब आपको कैश निकालने में समस्या होती है तो आप ATM से कैश निकालने आए किसी और शख्स से मदद मांगते हैं, ऐसा करने में कोई बुराई नहीं है लेकिन आपको इस दौरान पिन नहीं शेयर करना चाहिए. अगर वो शख्स स्कैमर है तो आपके कार्ड की डीटेल्स उसके पास आते ही आपको लम्बी चपत लग सकती है.


कैमरों की जांच है जरूरी 


कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें ATM पर अलग से कोई कैमरा लगाया गया होता है जो पिन कोड एंटर करने के दौरान इसे रिकॉर्ड कर लेता है. ऐसा कोई कैमरा आपको अगर नजर आता है तो ये जरूरी है कि आप इसकी रिपोर्ट उस बैंक को करें जिसका ATM है. दरअसल इस कैमरे से आपके कार्ड समेत आपकी पिन डीटेल्स भी स्कैमर्स के हाथ में जा सकती है जो काफी खतरनाक है.


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