UPI फ्रॉड से बचाने के लिए BharatPe ने लॉन्च किया नया फीचर, यूजर्स को देगा क्लेम, जानें कैसे
BharatPe Shield Feature: भारतपे ने हाल ही में शील्ड नाम की एक नई सर्विस शुरू की है. यह सर्विस यूजर्स को UPI फ्रॉड से बचाने और सुरक्षित डिजिटल लेनदेन करने के लिए लॉन्च की गई है. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
BharatPe New Feature: भारतपे ने हाल ही में शील्ड नाम की एक नई सर्विस शुरू की है. यह सर्विस यूजर्स को UPI फ्रॉड से बचाने और सुरक्षित डिजिटल लेनदेन करने के लिए लॉन्च की गई है. यह सर्विस यूजर्स को फ्रॉड, फिशिंग अटैक्स और अनऑथोराइज्ड ट्रांजैक्शंस से सुरक्षा प्रदान करती है. सिर्फ इतना ही नहीं यह सर्विस यूजर्स को कवरेज भी प्रदान करती है. इसका मतलब है कि अगर आपके साथ ऑनलाइन फ्रॉड होता है तो कवरेज भी प्रदान किया जाएगा. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
ट्रायल पीरियड के बाद फीस
आपको बता दें कि यूजर्स को 30 दिनों का ट्रायल पीरियड मिलता है. इस दौरान यूजर्स इस सर्विस को फ्री में इस्तेमाल कर सकते हैं. ट्रायल पीरियड खत्म होने के बाद यूजर्स को हर महीने 19 रुपये की फीस देनी होगी. इसके बावजूद अगर आपके साथ फ्रॉड होता है तो यह प्लान आपको 5 हजार रुपये तक का कवरेज प्रदान किया जाएगा.
कैसे एक्टिव करें?
भारतपे शील्ड को भारतपे ऐप के होम पेज से एक्सेस और एक्टिव किया जा सकता है. यह फीचर एंड्रॉइड और iOS दोनों डिवाइस पर उपलब्ध है. यूजर्स बैनर पर क्लिक करके सीधे ऐप के होमपेज से शील्ड को एक्टिव कर सकते हैं. हालांकि, पहली बार भारतपे यूजर्स को शील्ड को एक्टिव करने के लिए किसी कॉन्टैक्ट या बिजनसे को कम से कम 1 रुपये का पेमेंट करना होगा.
यह भी पढ़ें - कैसे हुई Gmail की शुरुआत? कब से लोग भेजने लगे ईमेल, जानें इसके बनने की कहानी
कैसे करें क्लेम
अगर किसी यूजर के साथ फ्रॉड होता है तो वह कवरेज के लिए क्लेम कर सकता है. भारतपे ने प्रोसेस को आसान बनाने के लिए वनअसिस्ट के साथ पार्टनरशिप की है. क्लेम दर्ज करने के लिए यूजर्स वनअसिस्ट ऐप डाउनलोड कर सकते हैं या टोल-फ्री नंबर 1800-123-3330 पर कॉल कर सकते हैं. हालांकि, दावा करने के लिए यूजर्स को 10 दिनों के अंदर रिपोर्ट करनी होगी.
यह भी पढ़ें - कितने घंटे तक चलाना चाहिए रूम हीटर? जान लें सही समय नहीं तो हो सकता है नुकसान
मामले की गंभीरता के आधार पर यूजर्स को कुछ डॉक्यूमेंट्स भी जमा करने होंगे. यूजर्स को यूपीआई स्टेटमेंट, पुलिस रिपोर्ट या एफआईआर की कॉपी, क्लेम फॉर्म, यूपीआई अकाउंट ब्लॉक करने का प्रूफ जमा करने हो सकते हैं.