ChatGPT का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है. लेकिन यह AI टूल हमेशा सही नहीं होता. एआई टूल हैल्यूसिनेट करते हैं और कल्पना को तथ्यों की तरह पेश कर सकते हैं. Reddit के अनुसार, टेक्सास यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने क्लास के पूरे बच्चों को फेल कर दिया, क्योंकि AI टूल ने उन्हें बताया कि सबमिट किए गए निबंद कंप्यूटर के द्वारा लिखे गए थे. प्रोफेसर का नाम सामने नहीं आया है.


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उन्होंने Plagiarism को चेक करने के लिए ChatGPT की मदद ली. बता दें, ChatGPT- OpenAI द्वारा विकसित एक चैटबॉट है, जो टेक्स्ट जनरेट करता है, टेक्स्ट को ट्रांसलेट करता है और क्रिएटिव कंटेंट लिखता है. यही नहीं यह सभी प्रकार के सवालों का जवाब दे सकता है.


पूरी क्लास को किया फेल
प्रोफेसर ने उन निबंधों को स्कैन करने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया जो उनके छात्रों ने उनके फाइनल एग्जाम के लिए जमा किए थे. ChatGPT ने इस बात की बहुत अधिक संभावना जताई कि निबंध कंप्यूटर द्वारा लिखे गए थे. उसके बाद गुस्से में प्रोफेसर ने पूरी क्लास को फेल कर दिया. बाद में पता चला कि ChatGPT पूरी तरह से गलत था और स्टूडेंट्स ने खुद निबंद को लिखा था.


प्रोफेसर ने मांगी माफी
प्रोफेसर ने तब छात्रों से माफी मांगी और उन्हें परीक्षा देने का दूसरा मौका देने पर सहमति जताई है. यह घटना Plagiarism का पता लगाने के लिए एआई का उपयोग करने के संभावित खतरों पर प्रकाश डालती है. इससे समझ आता है कि एआई कभी सही नहीं होता और कभी-कभी गलतियां कर सकते हैं. एआई उपकरणों का सावधानी से उपयोग करना और उनकी सीमाओं से अवगत होना महत्वपूर्ण है.