नए Scam से सावधान! Credit Card से अपने आप कट गए लाखों रुपये
मुंबई की एक महिला को 7 लाख रुपये का नुकसान हुआ क्योंकि उसने अपने क्रेडिट कार्ड को सक्रिय करने के लिए आईफोन से नए एंड्रॉइड फोन पर स्विच किया. आइए जानते हैं इस नए स्कैम के बारे में...
साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. एक तरफ जहां पुलिस लोगों को जागरुक कर रही है तो वहीं स्कैमर्स पैसा चुराने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं. हाल ही में ऑनलाइन धोखाधड़ी के एक मामले में, मुंबई की एक महिला को 7 लाख रुपये का नुकसान हुआ क्योंकि उसने अपने क्रेडिट कार्ड को सक्रिय करने के लिए आईफोन से नए एंड्रॉइड फोन पर स्विच किया. आइए जानते हैं इस नए स्कैम के बारे में...
क्या है मामला?
न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई की एक महिला एक ऑनलाइन स्कैमर की शिकार हो गई, जिसने उसे क्रेडिट कार्ड और एक मुफ्त एंड्रॉइड फोन देने के बहाने ठगा. 40 वर्षीय महिला को सौरभ शर्मा नाम के व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को बैंक कर्मचारी बताया और उसे एक नया क्रेडिट कार्ड और शहर के एक स्पोर्ट्स क्लब की मेंबरशिप की पेशकश की. ऑफर को सुनते ही महिला नया क्रेडिट कार्ड लेने के लिए तैयार हो गई. प्रोसेस को शुरू करने के लिए उसने अपने आधार कार्ड सहित अपनी पर्सनल डिटेल्स को शेयर किया.
पहले भेजा एंड्राइड फोन
इसके अलावा, स्कैमर ने कहा कि क्रेडिट कार्ड को केवल एंड्रॉइड स्मार्टफोन का उपयोग करके ही एक्टिव किया जा सकता है. चूंकि महिला आईफोन का इस्तेमाल कर रही थी, इसलिए उसने उसे नए फोन के साथ डिवाइस बदलने के लिए कहा, जिसे वह भेजेगा. महिला नए फोन का उपयोग करने के लिए सहमत हो गई और उसने अपने घर का पता शेयर किया जिस पर वह नया एंड्रॉइड फोन प्राप्त कर सकती थी.
सारी जानकारी शेयर करने के बाद महिला को कॉल के दिन ही नया एंड्रॉयड स्मार्टफोन मिल गया. कथित तौर पर, फोन में दो प्री-इंस्टॉल्ड ऐप हैं-डॉट सिक्योर और सिक्योर एंवॉय ऑथेंटिकेटर. फोन मिलने के बाद स्कैमर ने महिला से नए फोन में अपना सिम कार्ड डालने और क्रेडिट कार्ड को एक्टिवेट करने की प्रोसेस को पूरा करने के लिए निर्देशों का पालन करने को कहा.
क्रेडिट कार्ड से कट गए 7 लाख रुपये
स्कैमर ने जो कहा, महिला ने उसका पालन किया. मोबाइल में एक्टिव होने के बाद ही क्रेडिट कार्ड से 7 लाख की खरीदारी का मैसेज आया. यह ट्राजेक्शन बेंगलुरु की एक ज्वेलरी शॉप से हुआ था. मैसेज आते ही उसको ठगी का एहसास हो गया. बैंक बंद होने के कारण वह ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करने में असमर्थ थी और उसने अगले दिन धोखाधड़ी के मामले की सूचना दी. उसने बैंक से संपर्क किया और बाद में खंडेश्वर पुलिस में मामला दर्ज कराया. मामले की जांच की जा रही है.
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