एक चीनी कंपनी 'डीपसीक' ने एक बड़े साइबर हमले के कारण अपनी AI सेवा को कुछ समय के लिए बंद कर दिया. अब केवल चीन के मोबाइल नंबर वाले लोग ही इस सेवा का इस्तेमाल कर पाएंगे. हालांकि पहले से इस्तेमाल करने वाले लोग अभी भी लॉगिन कर सकते हैं. बता दें, इस ने दुनियाभर के टेक शेयरों को हिलाकर रख दिया. वजह है इसका फ्री ओपन सोर्स DeepSeek R1. कंपनी का दावा है कि यह कम डेटा खर्च में काम करता है. आइए जानते हैं इसके बारे में डिटेल में...


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अमेरिका में पॉपुलर हुआ ये चीनी AI सर्विस


इससे पहले, इस कंपनी का AI असिस्टेंट अमेरिका के ऐप स्टोर पर सबसे लोकप्रिय मुफ्त ऐप बन गया था, जिससे इसकी वेबसाइट भी कुछ समय के लिए काम करना बंद हो गई थी. डीपसीक का AI, चैटजीपीटी और जेमिनी जैसे बड़े AI मॉडल्स को तेजी से चुनौती दे रहा है.


ओपनएआई को टक्कर दे रहा DeepSeek


डीपसीक ने अप्रैल 2023 में शुरू होकर AI के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है. उनका लक्ष्य है एक ऐसा AI बनाना जो इंसानों से भी ज्यादा समझदार हो सके. हाल ही में, उन्होंने 'आर1' नाम का एक नया AI मॉडल जारी किया, जो ओपनएआई के एक प्रमुख AI मॉडल को टक्कर दे रहा है.


बनाने में खर्चा भी हुआ कम


'आर1' ने बहुत कम समय में ही ऐप स्टोर और AI क्षेत्र में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली है. इसकी खासियत है कि यह बहुत ही तेज और सही तरीके से सोच-समझकर काम करता है. डीपसीक का दावा है कि उनका AI चैटबॉट सबसे अच्छा है, लेकिन उन्होंने इसे बनाने में ओपनएआई और गूगल जैसी बड़ी कंपनियों की तुलना में बहुत कम पैसा खर्च किया है.


डीपसीक ने बताया है कि उन्होंने इस AI मॉडल को बनाने में सिर्फ 6 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं और 'एनवीडिया एच800' नाम के चिप्स का इस्तेमाल किया है. हालांकि इससे पहले भी कई अन्य देशों के AI मॉडल्स ने दुनिया भर में ध्यान खींचा है, लेकिन डीपसीक का AI अमेरिका में सबसे ज्यादा प्रभावशाली साबित हो रहा है. इससे AI के विकास में एक महत्वपूर्ण मोड़ आ गया है और अब इस बारे में दुनिया भर में काफी चर्चा हो रही है.


डोनाल्ड ट्रंप ने बताया चुनौती


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि चीन के सस्ते एआई मॉडल DeepSeek ने अमेरिकी कंपनियों के लिए एक चेतावनी का काम किया है. DeepSeek के लॉन्च के बाद तकनीकी शेयरों में गिरावट आई. ट्रंप ने मियामी में एक रिपब्लिकन सम्मेलन में कहा, “चीन की कंपनी का यह एआई मॉडल हमारी इंडस्ट्रीज के लिए संकेत है कि हमें प्रतिस्पर्धा में जीतने पर ध्यान देना चाहिए.”