त्रिपुणितुरा के थेक्कुम्भागम के एक 45 साल के शख्स को साइबर ठगी का शिकार होना पड़ा है. उन्हें ढाई महीने में 4 करोड़ 5 लाख रुपये का चूना लग गया. उन्हें एक फर्जी WhatsApp मैसेज मिला, जिसमें एक ऐप का लिंक था. इस ऐप ने अच्छे-खासे रिटर्न का झांसा दिया था. लेकिन, आसान पैसा कमाने के चक्कर में, शख्स ने अपना सारा पैसा साइबर अपराधियों पर लुटा दिया.


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बचकर रहें इस ऐप से


केरल से आई इस खबर के मुताबिक, एक महिला अवंथिका देव ने खुद को एक बड़ी निजी फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी की प्रतिनिधि बताया और पीड़ित से संपर्क किया. उसने WhatsApp के जरिए पीड़ित से संपर्क किया और उन्हें ‘Br-Block Pro’ नाम के एक ऐप को डाउनलोड करने के लिए मना लिया. द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह ऐप शेयर ट्रेडिंग के जरिए मुनाफा कमाने के लिए बनाया गया था. 


धोखेबाज ने दूसरे लोगों के नाम से झूठी रिपोर्ट बनाई, जिसमें दिखाया गया कि कैसे लोगों ने इस ऐप से बहुत पैसा कमाया है. उसने पीड़ित को बताया कि ये लोग भी इस ऐप से ही अमीर बने हैं. अपने झूठे बोलों और नकली रिपोर्टों से, धोखेबाज ने पीड़ित को अपने झांसे में फंसा लिया. पीड़ित ने उसके झूठे वादों पर भरोसा करके ऐप इंस्टॉल किया और उसमें पैसा लगा दिया.


ऐसे पता पड़ा धोखा


26 सितंबर से 9 दिसंबर तक, पीड़ित ने कई बार पैसा जमा किया, क्योंकि उसे लगा था कि उसका पैसा बढ़ जाएगा. लेकिन, वादे के मुताबिक पैसा नहीं बढ़ा, और वह अपना पैसा वापस भी नहीं ले पाया. जब पीड़ित ने अपना पैसा निकालने की कोशिश की, तो उसे मना कर दिया गया। जवाब न मिलने और पैसा डूबने से परेशान होकर, पीड़ित साइबर पुलिस के पास गया, जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज किया.


कैसे बचें स्कैम से?


ऐसे मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए, साइबर विशेषज्ञ लोगों को सचेत रहने की सलाह देते हैं, खासकर जब ऑनलाइन पैसे का लेन-देन करते हैं. साइबर सेल ने पैसा निवेश करने से पहले ऐप्स और प्लेटफॉर्म की जांच करने की सलाह दी है.


WhatsApp जैसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर भेजे गए ऐप्स को इंस्टॉल न करें, क्योंकि ये लिंक अक्सर धोखाधड़ी वाले होते हैं, जिनका मकसद यूजर्स को ठगना होता है. इसके अलावा, किसी भी फाइनेंशियल सर्विस ऐप को इस्तेमाल करने से पहले, विश्वसनीय प्लेटफॉर्म पर उसकी समीक्षा और रेटिंग जरूर देखें.