`आपके पार्सल में Drugs हैं....` नए स्कैम में बुरी तरह फंसी महिला, इस App को किया डाउनलोड और उड़ गए 11 लाख रुपये
ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक, इस महिला को `पार्सल में ड्रग्स` नाम के जालसाजी में 11 लाख रुपये का चूना लगाया गया है. ये महिला एक प्राइवेट बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत है. जालसाज ने उसे कोरियर कंपनी का अधिकारी बताकर फोन किया था.
पुणे की 26 साल की एक महिला पार्सल स्केम की शिकार हो गई है. ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक, इस महिला को 'पार्सल में ड्रग्स' नाम के जालसाजी में 11 लाख रुपये का चूना लगाया गया है. ये महिला एक प्राइवेट बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत है. जालसाज ने उसे कोरियर कंपनी का अधिकारी बताकर फोन किया था. उसने महिला को बताया कि उसके नाम पर ईरान भेजा जा रहा एक पार्सल ड्रग्स से भरा हुआ है.
ड्रग्स होने की दी सूचना
जालसाज ने उसे बताया कि उस पार्सल में कुछ डेबिट कार्ड्स, पुराने पासपोर्ट और खिलौने हैं जिनमें 500 ग्राम ड्रग्स भरे हुए हैं. उसने फिर महिला को किसी 'पुलिस अफसर' से बात करवाई. ये बातचीत किसी सोशल मीडिया ऐप पर वीडियो कॉल के जरिए हुई. उस अफसर की प्रोफाइल पिक्चर और नाम फर्जी थे. इतना ही नहीं, जालसाजों ने महिला को यह कहकर एक कमरे में बंद कर लिया कि 'पूछताछ' के दौरान 'गोपनीयता' बनी रहे.
अकाउंट से ऐसे उड़ाए पैसे
इसके बाद, जालसाजों ने कुछ ऐप्स की मदद से महिला के फोन को दूर से कंट्रोल करना शुरू कर दिया. इस कंट्रोल की वजह से वो महिला के बैंक ऐप को चला पाए और उसके खाते से 11.6 लाख रुपये निकाल लिए. जब महिला को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है, तो वो सीधे पुणे के चतुर्श्रृंगी पुलिस स्टेशन गई और FIR दर्ज करवाया.
बैंक की वॉर्निंग
बैंक बार-बार लोगों को दूर से फोन कनेक्ट करने वाले ऐप्स के बारे में चेतावनी दे रहे हैं. जालसाज़ ऐसे ही एक ऐप AnyDesk का इस्तेमाल करके लोगों को लूट रहे हैं. HDFC Bank, ICICI Bank और Axis Bank जैसे कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को सचेत किया है कि जालसाज़ लोग UPI के जरिए पैसे चुराने के लिए AnyDesk ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. TeamViewer QuickSupport नाम का एक और ऐप भी इसी तरह के फ्रॉड के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. परेशानी ये है कि ज्यादातर लोगों को AnyDesk के बारे में पता नहीं होता, और जालसाज इसका फायदा उठाकर लोगों को धोखा देते हैं और उनके पैसे चुरा लेते हैं.
ऐसे धोखेबाज़ ऐप्स डाउनलोड करना खतरनाक हो सकता है. ये ऐप्स अक्सर आपसे 9 अंकों का रिमोट डेस्क कोड मांगते हैं. यह कोड मिलने के बाद जालसाज़ आपके फोन की स्क्रीन देख और रिकॉर्ड भी कर सकता है. जब आपका फोन उनके कंट्रोल में होता है, तो वो आपकी हर चीज़ देख सकते हैं, यहां तक कि जब आप अपने बैंक या UPI ऐप में पासवर्ड डालते हैं.
फ्रॉड से कैसे रहें सुरक्षित?
* जब कोई अज्ञात कॉलर आपको पार्सल या कानूनी पेच के बारे में बताए और कोरियर कंपनी या पुलिस का होने का दावा करे, तो उनकी बातों में न आएं.
* किसी भी शंका की स्थिति में, सीधे अधिकारियों या कोरियर कंपनी से संपर्क करें, किसी अनजान नंबर पर नहीं.
* अपने फोन या कंप्यूटर को किसी अनजान व्यक्ति को कंट्रोल करने की इजाजत बिलकुल न दें. सिर्फ उन्हीं को दें जिन्हें आप अच्छी तरह से जानते हों और भरोसा करते हों.
* किसी भी संदिग्ध कॉल, ईमेल या मैसेज के बारे में तुरंत पुलिस को बताएं.