अक्टूबर 2022 में एलन मस्क ट्विटर के बॉस बन गए और पहला कदम उनको CEO पराग अग्रवाल को हटाना था. एलन मस्क ने टॉप पोजीशन पर बैठे लोगों को हटा दिया और इसी वजह से हजारों लोगों को नौकरी से निकाला गया. इनकी ही लीडरशिप में प्लेटफॉर्म पूरी तरह से बदल गया. अब यह वैसा नहीं है, जैसा पिछले साल हुआ करता था. अब 3 पूर्व ट्विटर अधिकारियों के साथ पराग अग्रवाल ने करोड़ों रुपये न देने पर एलन मस्क पर मुकदमा किया है. आइए जानते हैं पूरी स्टोरी 5 प्वाइंट्स में...


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Parag Agrawal Sues Elon Musk: 5 प्वाइंट्स में पूरी कहानी


1. ट्विटर के चार पूर्व अधिकारियों, जिनमें पूर्व CEO पराग अग्रवाल भी शामिल हैं, उन्होंने एलन मस्क के खिलाफ एक संयुक्त मुकदमा दायर किया है. ये पूर्व अधिकारी बकाया सेवानिवृत्ति भत्ते के रूप में 128 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की मांग कर रहे हैं.


2. यह मुकदमा सोमवार को सैन फ्रांसिस्को के एक संघीय न्यायालय में दायर किया गया था. इस मामले में शामिल अन्य अधिकारी ट्विटर के पूर्व सीएफओ नेड सेगल, पूर्व मुख्य कानूनी अधिकारी विजया गड्डे और पूर्व जनरल काउंसिल सीन एडगेट हैं.


3. मुकदमे के अनुसार, इन अधिकारियों का कहना है कि एलन मस्क ने ट्विटर का कंट्रोल लेने के कुछ ही मिनटों बाद उन्हें निकाल दिया. उनका आगे आरोप है कि मस्क ने उनके ऊपर गलत आचरण करने का झूठा इल्ज़ाम लगाया और उन्हें कंपनी से निकालने के लिए दबाव बनाया.


4. मुकदमे में ये आरोप भी लगाया गया है कि एलोन मस्क ने इन अधिकारियों को देने का वादा किया हुआ मुआवजा नहीं दिया. इस मुआवजे में एक साल का वेतन और हर किसी को शेयरों के कई लाख रुपये के ऑप्शन शामिल थे. ये पूर्व अधिकारी इसे 'एलन मस्क की चाल' बताते हैं, जिसका मतलब है कि वह उन पैसों को रोक रहे हैं जो उन्हें देने चाहिए और उन्हें मजबूर कर रहे हैं कि वे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें.


5. यह अकेला कानूनी झगड़ा नहीं है जिसका सामना X कर रहा है. कंपनी को पहले से ही कई मुकदमों का सामना करना पड़ रहा है. जिनमें से एक मुकदमा निकाले गए कर्मचारियों के एक ग्रुप द्वारा दायर किया गया है, जिसमें वे 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सेवानिवृत्ति पैकेज की मांग कर रहे हैं.