Made in India Memory Chip: भारत को साल 2024 के अंत तक अपनी पहली मेड इन इंडिया मेमोरी चिप मिलने वाली है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को इसकी घोषणा की. गुजरात सरकार ने दक्षिण कोरियाई कंपनी सिम्मटेक के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, जिसके तहत गुजरात में कंपनी मेमोरी चिप का उत्पादन करेगी. इससे भारत में स्वदेशी मेमोरी चिप का निर्माण होगा. बताया जा रहा है इसके लिए काम मार्च में शुरू होगा. 


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जानकारी के मुताबिक सिम्मटेक कंपनी सेमीकंडक्टरों के लिए हाई-लेयर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड बनाती है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 के दूसरे दिन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बताया कि कंपनी गुजरात में माइक्रोन के सेमीकंडक्टर प्लांट को सपोर्ट करने के लिए भी काम करेगी.


कंपनी के साथ हुआ समझौता 


इस समझौते के तहत सिम्मटेक कंपनी गुजरात में संचालन स्थापित करने और माइक्रोन के सेमीकंडक्टर संयंत्र को सपोर्ट करने के लिए 1,250 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करेगी. वैष्णव ने बताया कि संयंत्र स्थापित करने का काम मार्च में शुरू होगा.


उद्घाटन सत्र के दौरान बुधवार को सिम्मटेक कंपनी के सीईओ जेफरी चून ने घोषणा की थी कि कंपनी भारत में निवेश करने के लिए तैयार है. इस निवेश से राज्य में 1,000 से ज्यादा डायरेक्ट और इनडायरेक्ट रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है.


केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा


केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सिम्मटेक का संयंत्र गुजरात इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जीआईडीसी) के सानंद औद्योगिक क्षेत्र में माइक्रोन के सेमीकंडक्टर संयंत्र के पास स्थापित होगा. उन्होंने आगे कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि भारत को इस साल दिसंबर में अपनी पहली डोमौस्टिक तरीके से बनी सेमीकंडक्टर चिप मिल जाएगी. मंत्री ने यह भी कहा कि माइक्रोन का निवेश भारत में सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा.


माइक्रोन ने भारत में अपने सेमीकंडक्टर संचालन के लिए नैमटेक के साथ एक समझौता किया है. अमेरिकी फर्म ने भारत में अपने प्लांट के लिए पहले ही 200 से अधिक कर्मचारियों को काम पर रखा है.