Zomato ने अपने प्लेटफॉर्म फीस को 3 रुपए से बढ़ाकर 4 रुपए कर दिया है. ये बढ़ोत्तरी 1 जनवरी से लागू हो गई है. इससे पहले, कंपनी ने अगस्त में ही फीस को 2 रुपए से बढ़ाकर 3 रुपए किया था. Zomato ने इस बढ़ोत्तरी के पीछे मार्जिन बढ़ाने का कारण बताया है. कंपनी का कहना है कि बढ़ती लागत और प्रतिस्पर्धा के बीच उसे अपने मार्जिन को बनाए रखने के लिए ये कदम उठाना पड़ा है. इस बढ़ोत्तरी से Zomato के ग्राहकों पर बोझ बढ़ेगा। हालांकि, कंपनी का कहना है कि ये बढ़ोत्तरी उसके ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान करने में मदद करेगी.


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मार्जिन बढ़ाने के लिए उठाया गया कदम


फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म अपने मार्जिन को बढ़ाने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. इनमें ऐड रेवेन्यू, डिलीवरी चार्ज और रेस्तरां से कमिशन शामिल हैं. Zomato ने भी अपने प्लेटफॉर्म फीस को बढ़ाकर अपने मार्जिन को बढ़ाने की कोशिश की है.  यह बढ़ोत्तरी केवल 33 प्रतिशत शहरों में लागू होगी.


स्विगी ने बढ़ाई फीस


इसका मतलब है कि Zomato के लगभग दो-तिहाई यूजर्स को इस बढ़ोत्तरी का सामना नहीं करना पड़ेगा. Zomato के इस कदम के बाद Swiggy ने भी अपनी प्लेटफॉर्म फीस को बढ़ा दिया है. Swiggy ने पिछले साल 2 रुपए फीस लगानी शुरू की थी. इसे बाद में बढ़ाकर 3 रुपए कर दिया गया था.


नए साल पर Blinkit का जलवा


Zomato ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस को बढ़ा दिया है. ये बढ़ोत्तरी सभी यूजर्स पर लागू होगी, चाहे उनके पास Zomato Gold का सब्सक्रिप्शन हो या न हो. Zomato के एक अन्य प्लेटफॉर्म Blinkit ने नए साल की शाम को सबसे अधिक ऑर्डर प्राप्त किए थे. हालांकि, ये आंकड़ा पिछले साल की तुलना में काफी कम था. कंपनी ने कहा कि इस साल Blinkit ने 2015, 2016, 2017, 2018, 2019 और 2020 की तुलना में सबसे अधिक ऑर्डर डिलीवर किए हैं.