नई दिल्ली : इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (Whatsapp) पर फेक न्यूज को कम करने की कोशिश के तहत कंपनी अपनी ग्रुप सेटिंग में एक नए फीचर का परीक्षण कर रहा है, जिससे यूजर्स को ज्यादा फॉरवर्ड किए गए मैसेज को रोकने में मदद मिलेगी. फेसबुक के अधिग्रहण वाला प्लेटफॉर्म पहले ही दो ऐसे फीचर्स पर काम कर रहा है जो इसके 1.5 अरब यूजर्स को यह जानने में मदद करेगा कि यह मैसेज कितनी बार फॉरवर्ड किया जा चुका है.


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एंड्रायड के लिए अपडेट पर काम हो रहा
व्हाट्सएप अपडेट बताने वाली वेबसाइट वाबीटाइंफो डॉट कॉम ने कहा कि फॉरवर्डिग इंफो और फ्रीक्वेंटली फॉरवर्डेड फीचर्स फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं लेकिन व्हाट्सएप एंड्रोएड के लिए अपने बीटा अपडेट पर इन फीचर्स पर काम कर रहा है. इसके अनुसार, व्हाट्सएप अब 2.19.97 बीटा अपडेट में ग्रुप्स में एक नए फीचर का परीक्षण कर रहा है जो यूजर्स को ग्रुप में सबसे ज्यादा फॉरवर्ड किए गए मैसेज को रोकने की सुविधा देगा.


यह विकल्प ग्रुप सेटिंग्स पर मिलेगा
यह विकल्प ग्रुप सेटिंग्स में मिलेगा और सिर्फ इसके एडमिन इसे देख सकेंगे और इसे एडिट कर सकेंगे. यह फीचर आने के बाद कोई भी व्यक्ति ज्यादा फॉरवर्ड किए गए मैसेज को ग्रुप में नहीं भेज सकेगा. चार बार फॉरवर्ड होने के बाद कोई मैसेज इस श्रेणी में आ जाता है. व्हाट्सएप ने वर्तमान में भारत में एक मैसेज को फॉरवर्ड करने की अधिकतम सीमा पांच कर रखी है.



फर्जी खबर जांचने के लिए की ये व्यवस्था
देश में आम चुनावों से पहले फर्जी खबरों से निपटने के लिए व्हाट्सऐप ने ‘चेकपॉइंट टिपलाइन’ पेश की. इसके माध्यम से लोग उन्हें मिलने वाली जानकारी की प्रमाणिकता जांच सकते हैं. फेसबुक ने एक बयान में कहा कि इस सेवा को भारत के एक स्टार्टअप ‘प्रोटो’ ने शुरू किया है. टिपलाइन गलत जानकारियों एवं अफवाहों का डाटाबेस तैयार करने में मदद करेगी. चुनाव के दौरान इसमें ‘चेकपॉइंट’ के लिए इन जानकारियों का अध्ययन किया जा सकेगा. कंपनी के अनुसार लोग उन्हें मिलने वाली गलत जानकारियों को व्हाट्सऐप के +91-9643-000-888 नंबर पर चेकपॉइंट टिपलाइन को भेज सकते हैं.