Poonam Pandey Fake Death: सोशल मीडिया पर झूठी खबरें किस तरह आज की तरह फैलती है इस बात का अंदाजा आप पूनम पांडे के मामले को देखकर लगा सकते हैं. दरअसल पूनम पांडे के सोशल मीडिया अकाउंट से बीते शुक्रवार को यह जानकारी दी गई की सर्वाइकल कैंसर से जूझते हुए उनकी मौत हो गई है हालांकि पूरा दिन बीतने के बावजूद भी इस मामले पर कोई अपडेट नहीं आया जिसने लोगों के बीच शक की स्थिति पैदा कर दी, लेकिन सेलिब्रिटीज से लेकर उनके फैंस तक हर किसी ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे डाली.


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खुद वीडियो जारी करके दिया जिंदा होने का प्रमाण


एक दिन बीतने के बाद शनिवार को पूनम पांडे खुद अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर खुलासा कर दिया है कि वह जिंदा हैं, और उन्होंने सर्वाइकल कैंसर को लेकर महिलाओं में जागरूकता फैलाने के लिए ऐसा किया था. हालांकि उनके इस तरीके को ज्यादातर लोग गलत ठहरा रहे थे. उनके लाखों फैंस को अंदाजा भी नहीं था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है यहां तक की बॉलीवुड में भी किसी को कानों कान खबर नहीं लगी. पूनम पांडे की मौत की खबर आज की तरह फैल गई और लोगों ने पूरा दिन टीवी और सोशल मीडिया पर उनसे जुड़ा अपडेट जानने की कोशिश की लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला और अब यह खुलासा हो गया है कि पूनम पांडे पूरी तरह से सुरक्षित हैं.


ऐसे फैलाई जाती हैं झूठी खबरें


पूनम पांडे के इस मामले के सामने आने के बाद अब लोग उन्हें उन्हें गलत ठहरा रहे हैं. यह पहला मामला है जब किसी सेलिब्रिटी ने अपनी मौत की झूठी अफवाह फैला कर सोशल मीडिया और अपने फैंस को गुमराह किया है. ऐसी तमाम तरह की खबरें आए दिन सोशल मीडिया पर आज की तरह फैलती है लेकिन उनकी सच्चाई कुछ और ही होती है. आज हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जिससे आप सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों की सच्चाई जान सकते हैं और खुद को गुमराह होने से बचा सकते हैं.


ऐसे सोशल मीडिया पर फैलने वाली खबरों की सच्चाई जान सकते हैं यूजर्स 


1. स्रोत की जांच करें:


सबसे पहले, यह देखना महत्वपूर्ण है कि खबर कहाँ से आ रही है.
यदि यह किसी अज्ञात या अविश्वसनीय स्रोत से है, तो यह संभवतः झूठी खबर हो सकती है.
विश्वसनीय स्रोतों में प्रसिद्ध समाचार पत्र, पत्रिकाएं, सरकारी वेबसाइटें और विश्वविद्यालय शामिल हैं.


2. तथ्यों की जांच करें:


खबर में दिए गए तथ्यों को जांचें।
अन्य विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी देखें और देखें कि क्या वे समान जानकारी प्रदान करते हैं.
यदि खबर में तथ्यों का अभाव है या वे विरोधाभासी हैं, तो यह संभवतः झूठी खबर हो सकती है.


3. भाषा पर ध्यान दें:


झूठी खबरों में अक्सर उत्तेजक भाषा, भावनात्मक अपील, और अतिशयोक्ति का उपयोग किया जाता है.
यदि खबर में ऐसी भाषा का उपयोग किया गया है, तो यह संभवतः झूठी खबर हो सकती है.


4. तारीख और समय की जांच करें:


कुछ झूठी खबरें पुरानी खबरों का पुन: उपयोग होती हैं.
खबर की तारीख और समय की जांच करें और देखें कि क्या यह हालिया है.


5. सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग करें:


कई सोशल मीडिया टूल्स हैं जो झूठी खबरों की पहचान करने में मदद कर सकते हैं.
इन टूल्स का उपयोग करके आप खबर की सत्यता की जांच कर सकते हैं.


6. सोच समझकर शेयर करें:


किसी भी खबर को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें.
झूठी खबरों को शेयर करने से बचें.


यहां कुछ विश्वसनीय स्रोत दिए गए हैं जिनकी मदद से आप सोशल मीडिया पर झूठी खबरों की सचाई जान सकते हैं:


PIB Fact Check:
Boom Live: https://www.boomlive.in/
Alt News: https://www.altnews.in/
Factly: https://factly.in/


इन स्रोतों के अलावा, आप Google Search का भी उपयोग कर सकते हैं.


जब आप Google Search में कोई खबर खोजते हैं, तो आपको "Fact Check" टैब दिखाई देगा.


इस टैब पर क्लिक करके आप उस खबर की सत्यता की जांच कर सकते हैं.


यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यदि आपको कोई खबर संदिग्ध लगती है, तो उसे शेयर करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करना हमेशा बेहतर होता है.