Android Warning: इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए एक हाई-सेवरिटी एडवाइजरी जारी की है, जिसमें कई चीजों के बारे में चेतावनी दी गई है. प्रभावित यूजर्स से इन सिक्योरिटी रिस्क को दूर करने के लिए अपने डिवाइस को तुरंत अपडेट करने के लिए कहा गया है. CERT-In भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है और साइबर सुरक्षा घटनाओं से निपटने के लिए नोडल एजेंसी है. आइए आपको बताते हैं कि CERT-In द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में क्या कहा गया है. 


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खतरे में एंड्रॉइड डिवाइस
CERT-In ने 25 नवंबर 2024 को वल्नरेबिलिटी नोट CIVN-2024-0349 जारी किया. इसमें कहा गया है कि एंड्रॉइड में कई कमजोरियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर स्कैमर्स संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं. इससे प्रभावित होने वाले सॉफ्टवेयर में एंड्रॉयड वर्जन 12, एंड्रॉयड वर्जन 12एल, एंड्रॉयड वर्जन 13, एंड्रॉयड वर्जन 14 और एंड्रॉयड वर्जन 15 शामिल हैं.  


CERT-In ने क्या सलाह दी 
इसमें कहा गया है कि "फ्रेमवर्क, सिस्टम, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट, कर्नेल, कर्नेल LTS, इमेजिनेशन टेक्नोलॉजीज, मीडियाटेक कंपोनेंट्स, क्वालकॉम कंपोनेंट्स और क्वालकॉम क्लोज्ड-सोर्स कंपोनेंट्स में खामियों के कारण एंड्रॉइड में कई कमजोरियां मौजूद हैं". एंड्रॉइड एक ओपन-सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे मुख्य रूप से मोबाइल डिवाइसेस, जिसमें स्मार्टफोन, टैबलेट, स्मार्टवॉच और अन्य एम्बेडेड सिस्टम शामिल हैं, के लिए डिजाइन किया गया है. CERT-In के मुताबिक टारगेट की गई ऑडियंस में सभी OEM और एंड्रॉइड के यूजर्स शामिल हैं.


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पाई गई कमजोरियां स्कैमर्स को एंड्रॉइड सिस्टम में कमजोरियों का शोषण करने की अनुमति दे सकती हैं, जिससे अनऑथोराइज्ड एक्सेस, डेटा लीक या सिस्टम के साथ कॉम्प्रोमाइज हो सकता है. इन जोखिमों को कम करने के लिए तुरंत अपडेट करने की सिफारिश की जाती है. 


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यूजर्स को क्या करना चाहिए
CERT-In यूजर्स को जोखिमों को कम करने के लिए अपने डिवाइस को अपडेट करने की सलाह देता है. आप अपने डिवाइस को अपडेट करके इन जोखिमों से बच सकते हैं.