Jiospacefiber Speed: Reliance Jio ने देश में मौजूद तमाम दूर-दराज के इलाकों तक इंटरनेट की जोरदार कनेक्टिविटी देने के लिए एक नई तकनीक से पर्दा उठाया है जिसका नाम JioSpaceFiber है. ये सैटेलाइट आधारित तकनीक है जिससे देश में इंटरनेट की सर्विस को और भी अच्छी तरह से फैलाया जा सकेगा. स्पेस फाइबर को आकाश अंबानी ने दिल्ली में चल रहे रहे IMC (India Mobile Congress) के दौरान पीएम मोदी डेमोंस्ट्रेट करके दिखाया है. ये तकनीक देश को एक नई दिशा देने में मददगार साबित हो सकती है. 


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इन इलाकों में दी जा रही है सर्विस 


Reliance Jio ने जिन इलाकों में स्पेस फाइबर सर्विस को शुरू किया है उनमें गुजरात का गिर नेशनल पार्क, छत्तीसगढ़ का कोरबा, उड़ीसा का नबरंगपुर और असम का ओएनजीसी-जोरहाट शामिल हैं. Jio स्पेस फाइबर रिलायंस जियो के कनेक्टिविटी पोर्टफोलियो की तीसरी बड़ी टेक्नोलॉजी है. JioFiber और जियो एयर फाइबर के बाद यह तीसरी टेक्नोलॉजी है जो भारत के सभी कोनों में इंटरनेट की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन की गई है.


रिलायंस जियो ने दूरदराज के इलाकों में ब्राडबैंड कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए SES कंपनी के उपग्रहों का इस्तेमाल करने का फैसला किया है. SES एक इंटरनेशनल सैटेलाइट सर्विस प्रोवाइडर है. SES के सैटेलाइट्स का इस्तेमाल करके, जियो स्पेस फाइबर देश के सभी कोनों में हाई-स्पीड इंटरनेट की पहुंच प्रदान कर सकेगी.


स्टारलिंक पर भारी पड़ेगा JioSpaceFiber 


ऐसा कहा जा रहा है कि JioSpaceFiber ऐलन मस्क के स्टारलिंक पर भारी पड़ेगा, ऐसा कहने के पीछे बड़े कारण है जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. स्पेस फाइबर सर्विस कई मामलों में स्टरलिंक सर्विस से आगे होगी और इनमें सबसे बड़ा कारण है इसकी जोरदार स्पीड, इतना ही नहीं यह सर्विस दूर दराज के इलाकों में इंटरनेट की अच्छी कनेक्टिविटी ऑफर करेगी साथ ही साथ इसकी कीमत भी कम रहने वाली है जो एक बड़ा मुद्दा है क्योंकि कीमत की वजह से भी कई सर्विसेज सक्सेस नहीं हो पाती है.