ब्रिटेन सरकार ने घोषणा की है कि वह सेक्सुअल रूप से स्पष्ट डीपफेक इमेज बनाने और साझा करने को अपराध घोषित करेगी. सरकार एक नया नियम भी लागू करेगी जिसके तहत इन इमेज को बनाने और शेयर करने वाले दोनों ही दोषी ठहराए जाएंगे. इस कदम का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को इमेज-बेस्ड दुर्व्यवहार से बचाना है. सरकार ने कहा, 'जो लोग सेक्सुअल रूप से स्पष्ट 'डीपफेक' इमेज बनाते हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सरकार अपने मिशन के तहत ऑनलाइन होने वाले गंभीर अपराधों को रोकना चाहती है ताकि हमारे समाज को सुरक्षित बनाया जा सके.'


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सरकार ने आगे कहा, 'इन अत्यधिक यथार्थवादी छवियों का तेजी से प्रसार हो रहा है, जिससे पीड़ितों, विशेषकर महिलाओं और लड़कियों को बहुत नुकसान हो रहा है.' इस नए कानून के तहत, बिना किसी की सहमति के डीपफेक इमेज बनाने पर दो साल तक की जेल हो सकती है. इस नए कानून से मौजूदा कानूनों में मौजूद खामियों को दूर किया जाएगा. अभी तक केवल इन इमेज को साझा करने या साझा करने की धमकी देने पर ही कानूनी कार्रवाई होती थी.


ब्रिटेन सरकार बिना किसी की सहमति के निजी तस्वीरें लेने और इन अपराधों को करने के इरादे से उपकरण लगाने के लिए भी सख्त कानून बनाएगी. विक्टिम मंत्री एलेक्स डेविस-जोन्स ने कहा कि इस मुद्दे को तुरंत संबोधित करने की जरूरत है क्योंकि ब्रिटेन में हर तीन में से एक महिला ऑनलाइन दुर्व्यवहार का शिकार हुई है. 


मंत्री ने दी अपराधियों को चेतावनी


डेविस-जोन्स ने कहा, 'इस तरह के घिनौने और अपमानजनक व्यवहार को सामान्य नहीं होने दिया जाएगा. हमारी 'प्लान फॉर चेंज' के तहत हम महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा, चाहे वह किसी भी रूप में हो, को रोकने के लिए काम कर रहे हैं. ये नए कानून लोगों को ऑनलाइन होने वाले दुर्व्यवहार से बचाने में मदद करेंगे. हम अपराधियों को चेतावनी दे रहे हैं कि उन्हें कानून की पूरी सख्ती का सामना करना पड़ेगा.'


ये नए अपराध ब्रिटेन सरकार के सितंबर 2024 के उस कदम के बाद आए हैं जिसमें ऑनलाइन सुरक्षा अधिनियम के तहत निजी तस्वीरें साझा करने के अपराधों को प्राथमिकता वाले अपराधों में शामिल किया गया था.