Fake Mobile Numbers: फर्जी मोबाइल नंबर्स पर कार्रवाई करते हुए भारत सरकार ने इन्हें बंद करने का फैसला लिया है. फर्जी आईडी पर चल रहे 55 लाख फर्जी फोन नंबर्स को सरकार ने पूरी तरह से बंद कर दिया है जो संचार साथी पोर्टल की तरफ से शुरू किए गए वेरिफिकेशन कैंपेन का हिस्सा है. लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए और लोगों के बैंक अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के लिए ऐसा फैसला लिया गया है जिसका फायदा लोगों को ही मिलेगा.


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संसद में दी गई जानकारी 


आपको बता दें कि इस अभियान की सफलता के बारे में संसद में खुद कम्युनिकेशन मिनिस्टर देवु सिंह चौहान ने जानकारी दी है. आपको बता दें कि 55.52 लाख नंबरों पर यह कार्रवाई की गई है और अब इनका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. यह करना इसलिए जरूरी था क्योंकि इसकी वजह से हजारों लाखों लोगों को कानूनी जटिलताओं का सामना करना पड़ता है और ऐसे में सरकार ने पहले ही सख्त कदम उठाकर इन नंबरों पर बैन लगा दिया है.


साइबर क्राइम और फाइनेंशियल क्राइम्स को देखते हुए 1.32 लाख हैंडसेट भी ब्लॉक किए गए हैं और 13.42 संदिग्ध कनेक्शंस को भी खत्म कर दिया गया है. ऐसा करके सरकार कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है और साइबर अपराधों पर जड़ से लगाम लगाना चाहती है. पिछले काफी सालों से फर्जी मोबाइल नंबरों का खेल चल रहा था जिस पर अब लगाम लगाने की जरूरत थी क्योंकि अब ज्यादातर लोग ऑनलाइन पेमेंट करते हैं साथ ही साथ क्रेडिट कार्ड पेमेंट के लिए भी ऑनलाइन माध्यमों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में लोगों के साथ होने वाली धोखाधड़ी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सरकार अब फर्जी नंबरों को लेकर सख्त रुख अपना चुकी है. अब कोई चाहकर भी फर्जी नंबर इस्तेमाल नहीं कर सकता है, जो बचे फर्जी नंबर हैं उन्हें भी आने वाले दिनों में बंद किया जाएगा.