Loan App Ban: भारत सरकार ने कुछ दिन पहले ही तमाम लोन और बेटिंग ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है जिनकी संख्या सैकड़ों में है. इन ऐप्स को अब यूजर्स गूगल प्ले स्टोर से नहीं डाउनलोड कर सकते हैं. आपको बता दें कि ऐसा करने के पीछे भारत सरकार ने एक बड़ी वजह दी थी. सरकार की तरफ से बताया गया था कि इन ऐप्स का संबंध चीन से है. यही वजह थी कि इन्हें तेजी से हटा दिया गया और अब इन्हें कोई भी डाउनलोड नहीं कर सकता है. आपको बता दें कि एक बार फिर से भारत सरकार ने 138 बेटिंग और 94 लोन देने ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है और ऐसा करने के पीछे भी वही वजह है जो पहले थी. 


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इन Loan Apps और Betting Apps पर लगा प्रतिबंध 


आपको जानकर हैरानी होगी कि मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेंशन टेक्नोलॉजी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार जिन ऐप्स को बैन किया जाना था उनमें Kissht, IndiaBulls, Faircent और PayU के साथ LazyPay शामिल हैं. हालांकि सरकार ने अपने इन्हें अपने आपको सर्टिफाई करने के लिए इन 48 घंटे का समय भी दिया था जिसमें  कंपनियों की तरफ से क्लीयर रिपोर्ट देने के बाद इनसे प्रतिबंध वापस ले लिया गया गया है. 


सभी कंपनियों को एक हफ्ते की वर्किंग रिपोर्ट सौंपने को भी कहा गया है. बता दें कि देश में जिन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है उन पर आईटी एक्ट की धारा 69 लगाई गई है. LazyPay, Kissht, indiabullshomeloans, buddyloan, faircent, KreditBee और mPokket से प्रतिबंध हटाया जा चुका है क्योंकि इन कपनियों ने अपनी सही वर्किंग रिपोर्ट सौंप दी है. आपको बता दें कि भारतीय यूजर्स की सुरक्षा को देखते हुए सरकार ने जो कदम उठाया है वह बेहद ही सराहनीय है. इस कदम के बाद अब यूजर्स बिना डर के लोन ऐप इस्तेमाल कर सकते हैं और उन्हें अपने अकाउंट की सुरक्षा का डर भी नहीं सताएगा. जिन ऐप को चीन का बताया जा रहा है उनसे लोन के लिए अप्लाई करने पर काफी खतरा रहता है क्योंकि इन पर आपकी निजी जानकारियां सुरक्षित नहीं रहती है और जानकारियों को दूसरे प्लेटफार्म पर बेच दिया जाता है ऐसे में भारत सरकार ने सख्ती से निपट ते हुए यह कदम उठाया है जिससे आने वाले समय में यूजर्स सुरक्षित तरीके से लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. 


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